महिलाओं के उत्पीड़न को लेकर संसदीय समिति के सामने पेश हुए फेसबुक और व्हाट्सएप के अधिकारी
फेसबुक ने समिति को अपने उस मैकेनिज्म के बारे में जानकारी दी जिसके जरिये महिलाएं इस प्लेटफॉर्म पर किसी तरह के उत्पीड़न की शिकायत कर सकती हैं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर महिलाओं के उत्पीड़न के मसले पर गुरुवार को फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप के अधिकारी संसदीय समिति के समक्ष पेश हुए। इन तीनों सोशल मीडिया कंपनियों के अधिकारियों ने महिला सशक्तीकरण पर संसद की स्थायी समिति के समक्ष प्रजेंटेशन दिया। यह समिति महिलाओं की साइबर सिक्योरिटी पर विमर्श कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक, फेसबुक ने समिति को अपने उस मैकेनिज्म के बारे में जानकारी दी, जिसके जरिये महिलाएं इस प्लेटफॉर्म पर किसी तरह के उत्पीड़न की शिकायत कर सकती हैं। इंस्टाग्राम और वाट्सएप भी फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनियां हैं।
ऑनलाइन निगरानी मजबूत करने का निर्देश
संसदीय समिति के सदस्यों ने सोशल मीडिया कंपनियों को सरकार का सहयोग करने और ऑनलाइन निगरानी को मजबूत करने की दिशा में मदद के लिए कहा। पूर्ण महिला सदस्यों वाली समिति की अध्यक्षता भाजपा सांसद हीना गावित कर रही हैं। बुधवार को ट्विटर इंडिया के अधिकारियों ने समिति को अपने मैकेनिज्म के बारे में बताया था।
फेसबुक ने बताए सिक्योरिटी फीचर्स
इस बैठक में सोशल मीडिया कंपनियों से पूछा गया कि वे भारत में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर क्या कदम उठा रही हैं और अश्लील सामग्री को अपने प्लेटफॉर्म पर रोकने के लिए क्या कर रही हैं। वहीं, फेसबुक की ओर से बैठक में शामिल हुए प्रतिनिधियों ने नए फीचर्स पेश करते हुए कहा कि नए सिक्योरिटी फीचर्स के जरिए महिलाएं साइबर उत्पीड़न और धमकाने की रिपोर्ट कर सकती हैं।
गौरतलब है कि ऑनलाइन प्लेटफार्मों में महिलाओं के खिलाफ लगातार बढ़ रही घटनाओं पर साइबर सुरक्षा और महिला सुरक्षा लेकर महिला सशक्तिकरण संबंधी संसदीय समिति ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर और फेसबुक को तलब किया था।