अशोक नगर पहुंचे शिवराज सिंह चौहान, जानिए मप्र में इस जगह को लेकर रहा है ये बड़ा मिथक
राजनीतिक गलियारों में अशोकनगर के साथ मिथक जुड़ा है कि जो भी मुख्यमंत्री यहां आया है उसे अगले चुनाव में ही अपना पद गंवाना पड़ा है।
अशोक नगर, नईदुनिया न्यूज। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुस्र्वार को अशोक नगर पहुंचे। उनका यह दौरा इसलिए चर्चा में है कि वे 16 साल बाद यहां आए। दरअसल, राजनीतिक गलियारों में अशोकनगर के साथ मिथक जुड़ा है कि जो भी मुख्यमंत्री यहां आया है, उसे अगले चुनाव में ही अपना पद गंवाना पड़ा है। इस मिथक को लेकर पूर्व सीएम प्रकाशचंद सेठी, अर्जुन सिंह, श्यामाचरण शुक्ल, सुंदरलाल पटवा, मोतीलाल वोरा आदि के नाम गिनाए जाते हैं। जो यहां आने के बाद अगले चुनाव में अपनी गद्दी से हट गए थे। माना जाता है कि इसी मिथक के चलते शिवराज ने मुख्यमंत्री पद पर रहते कभी अशोक नगर शहर का दौरा नहीं किया। वे आसपास के मार्गों से निकल जाते थे। वे वर्ष 2003 में यहां आए थे, तब वे भाजपा प्रदेशाध्यक्ष और विदिशा के सांसद थे।
हमसे का भूल हुई जो यह सजा हमको मिली
गुरूवार को भाजपा की विजय संकल्प यात्रा में यहां आए शिवराज ने फिल्म 'जनता हवलदार का गाना 'हमसे का भूल हुई जो यह सजा हमको मिली गुनगुनाकर प्रदेश में चौथी बार भाजपा की सरकार नहीं बनने पर अपना दर्द बयां किया। उन्होंने कहा कि वोट हमारे अधिक हैं, लेकिन हम दो-तीन सीटों से पीछे रह गए। बहुमत कांग्रेस को भी नहीं मिला। वह अधूरी सरकार है, कब टपक जाए, पता नहीं।
शिवराज ने भाषण की शुरुआत में जनता से माफी मांगते हुए कहा कि बहुत दिनों बाद आया हूं। फिर भी देर आयद, दुरुस्त आयद। उन्होंने भाषण में कर्ज माफी, युवाओं के लिए मवेशी चराने का रोजगार आदि को लेकर कांग्रेस सरकार पर तीखे कटाक्ष किए। पत्रकारों से चर्चा में अशोक नगर नहीं आने के सवाल पर शिवराज ने कहा कि वे भले ही अशोक नगर शहर नहीं आए, लेकिन अशोक नगर जिले में आते रहे हैं।