निजी यात्रा पर थे कश्मीर का दौरा करने वाले यूरोपीय सांसद, राज्यसभा में सरकार ने दी जानकारी
यूरोपीय संसद के सत्ता पक्ष और विपक्ष के 27 सदस्यों के समूह ने 28 अक्टूबर 2019 से एक नवंबर 2019 तक भारत की निजी यात्रा की।
नई दिल्ली, पीटीआइ। हाल ही में कश्मीर की यात्रा करने वाला यूरोपीय सांसदों का दल भारत की अपनी निजी यात्रा पर था। सरकार ने बुधवार को संसद में यह जानकारी दी।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी ने राज्यसभा में एक लिखित जवाब में बताया, 'जम्मू-कश्मीर सरकार ने जानकारी दी है कि यूरोपीय संसद के सत्ता पक्ष और विपक्ष के 27 सदस्यों के समूह ने 28 अक्टूबर, 2019 से एक नवंबर, 2019 तक भारत की निजी यात्रा की। वे दिल्ली स्थित एक थिंक टैंक इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर नॉनअलाइंड स्टडीज के निमंत्रण पर आए थे।'
उन्होंने बताया कि इन सांसदों ने कश्मीर की यात्रा करके यह जानने की इच्छा जताई थी कि आतंकवाद भारत को किस तरह प्रभावित कर रहा है और किस तरह यह भारत के लिए चुनौती है। गृह राज्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के संवाद से लोगों से लोगों के बीच संवाद मजबूत होता है।
चार अगस्त के बाद 5,161 लोग गिरफ्तार किए गए
किशन रेड्डी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में चार अगस्त से 5,161 लोगों को एहतियान गिरफ्तार किया गया। इनमें राजनीतिज्ञ, अलगाववादी और पत्थरबाज शामिल हैं। इनमें से 609 लोग अभी भी हिरासत में हैं जिनमें 218 पत्थरबाज हैं।
नौकरियों में आरक्षण मिलता रहेगा
लोकसभा में एक लिखित जवाब में कार्मिक राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य सामाजिक व शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्ग के लोगों को नौकरियों में आरक्षण का लाभ मिलता रहेगा। दोनों ही केंद्र शासित प्रदेशों में 'जम्मू और कश्मीर आरक्षण अधिनियम, 2004' कुछ संशोधनों के साथ लागू होगा। इसका उल्लेख जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 में किया गया है।