बूथ स्तर पर तृणमूल को मजबूत करने पर जोर, ममता बनाएंगी तीन लाख पूर्णकालिक सदस्य
तृणमूल कांग्रेस का आइडिया है कि पश्चिम बंगाल मेंताकतवर हो रही भाजपा को रोकने के लिए सभी विपक्षी दलों का एकजुट होना जरूरी है।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। बंगाल में भाजपा के बढ़ते वर्चस्व से लोहा लेने के लिए सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस ने अब बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत करने का फैसला किया है। इसके लिए माकपा की तर्ज पर तृणमूल में पूर्णकालिक सदस्य बनाने का निर्णय लिया गया है। खबर यह भी है कि सोमवार को नजरूल मंच में होने वाली पार्टी की बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसकी घोषणा कर सकती हैं।
एक बात तो साफ है कि लोकसभा चुनाव में सीटों के लिहाज से भारी नुकसान उठाने वाली तृणमूल 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव में कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती। इसके लिए तृणमूल ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) को नियुक्त किया है ताकि पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत किया जा सके। इस दिशा में पार्टी ने काम करना भी शुरू कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक 29 जुलाई को नजरूल मंच में होने वाली बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पूर्णकालिक सदस्यों को नियुक्त करने की घोषणा कर सकती हैं। राज्य में लगभग 77 हजार बूथ हैं। प्रत्येक बूथ पर चार पूर्णकालिक सदस्यों की तैनाती की जाएगी। इसके लिए राज्यभर में तीन लाख से अधिक कार्यकर्ताओं को नियुक्त करने लक्ष्य है, जो सोशल मीडिया पर पार्टी की गतिविधियों को बढ़ावा देंगे।
बूथ पर तैनात सभी सदस्यों में से प्रत्येक सदस्य को अलग-अलग जिम्मेदारी दी जाएगी। इसमें कोई दो राय नहीं कि यह पीके की रणनीति का ही हिस्सा है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री इन दिनों बदली-बदली सी नजर आ रही हैं। इससे पहले एक बयान में उन्होंने भाजपा को रोकने के लिए कांग्रेस और वामदलों से मदद की अपील की थी। पीके का आइडिया है कि ताकतवर हो रही भाजपा को रोकने के लिए सभी विपक्षी दलों का एकजुट होना जरूरी है। ममता ने तृणमूल को मजबूत करने के लिए पीके को अपने साथ जोड़ा है।
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