अफगानिस्तान के घटनाक्रम पर विदेश मंत्री एस जयशंकर और ब्रिटेन के विदेश सचिव की हुई बातचीत
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और ब्रिटेन के विदेश सचिव डॉमिनिक रैब के बीच बातचीत हुई। दोनों के बीच इस बातचीत का मुद्दा अफगानिस्तान था। एस जयशंकर ने ट्वीट में लिखा कि ब्रिटेन के विदेश सचिव डॉमिनिक रैब से फिर से बात करके अच्छा लगा
नई दिल्ली, एएनआइ। भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और ब्रिटेन के विदेश सचिव डॉमिनिक रैब के बीच बातचीत हुई। दोनों के बीच इस बातचीत का मुद्दा अफगानिस्तान था।
बुधवार को एक ट्वीट के जरिए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने बताया कि उनकी और ब्रिटेन के विदेश सचिव डॉमिनिक रैब की बातचीत हुई है। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि ब्रिटेन के विदेश सचिव डॉमिनिक रैब से फिर से बात करके अच्छा लगा। बातचीत अफगानिस्तान से संबंधित घटनाक्रम पर केंद्रित रही।
अफगानिस्तान पर तालिबान द्वारा कब्जा किए जाने को लेकर यूरोपीय संघ एक अहम बैठक करने वाला है। यह बैठक शुक्रवार को होने वाली है। सूत्रों ने बताया है कि इस बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद रहेंगे, उन्हें विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। बैठक में अफगानिस्तान और हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर चर्चा हो सकती है। यूरोपीय संघ के वर्तमान अध्यक्ष स्लोवेनिया द्वारा इस बैठक की मेजबानी की जाएगी।
अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की घर वापसी के बाद तालिबानी उग्रवादियों ने काबुल एयरपोर्ट पर कब्जा कर लिया है। जिसके चलते विदेशी फ्लाइटों की आवाजाही रूक गई है। लोग देश से बाहर निकले के जद्दोजहद में लगे हुए है। तालिबान द्वारा काबुल एयरपोर्ट पर कब्जा करने के बाद लोगों ने अब पाकिस्तान और ईरान बॉर्डर की तरफ अपना रुख किया है।
बुधवार को, कतर ने तालिबान से आग्रह किया कि 31 अगस्त को अमेरिका के नेतृत्व वाले निकासी समाप्त होने के बाद भी अफगानिस्तान छोड़ने के इच्छुक लोगों के लिए 'सुरक्षित मार्ग' सुनिश्चित करें। कतर के विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी ने एक संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को कहा कि अफगानिस्तान में अमेरिका के सैन्य हस्तक्षेप से हर तरफ त्रासदी और जानमाल के नुकसान के अलावा कुछ नहीं मिला है।