ई-टूरिस्ट वीजा में हुई शुल्क वृद्धि वापस नहीं होगी, पर्यटन मंत्रालय ने जताई थी चिंता
पहले अधिकतम वीजा शुल्क 60 डॉलर था जो अब बढ़ाकर 100 डॉलर कर दिया गया है। इस पर ढाई प्रतिशत का बैंक शुल्क भी लगेगा।
नई दिल्ली, प्रेट्र। ई-टूरिस्ट वीजा शुल्क में हाल ही में बढ़ोतरी पर पर्यटन मंत्रालय की चिंता की अनदेखी कर इसे कायम रखने का संकेत दिया गया है। उच्च स्तरीय बैठक में पाया गया कि शुल्क वृद्धि अन्य देशों के शुल्क को देखते हुए की गई है। केंद्रीय पर्यटन मंत्री केजे अल्फोंस ने इस सिलसिले में गृह मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर समीक्षा का अनुरोध किया था।
इससे पहले मामले पर कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा की अध्यक्षता वाली बैठक में विचार किया गया। बैठक में गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि वीजा शुल्क में बढ़ोतरी अन्य देशों के शुल्क से तुलना करने के बाद की गई है। इसलिए नए शुल्क बिल्कुल ठीक है। बैठक में शुल्क बढ़ोतरी के फैसले की समीक्षा न किए जाने का संकेत दिया गया। जबकि पर्यटन मंत्रालय के अधिकारियों का कहना था कि इससे देश में विदेशी पर्यटकों की आमद पर असर पड़ेगा।
शुल्क बढ़ोतरी मंत्रालय के तीन साल में आगंतुक पर्यटकों की संख्या दो गुनी करने के लक्ष्य को प्रभावित करेगी। बैठक से इतर अल्फोंस ने कहा कि पर्यटन मंत्री की हैसियत से उनकी जिम्मेदारी है कि वह पर्यटन पर पड़ने वाले असर पर ध्यान दें। इसीलिए उन्होंने गृह मंत्री को पत्र लिखकर शुल्क में बढ़ोतरी की समीक्षा करने का अनुरोध किया है।
अगर इस पर गृह मंत्री ध्यान देते हैं तो अच्छा होगा, क्योंकि यह राष्ट्रहित का मामला है। अगर वह कुछ नहीं करते हैं तो भी ठीक है, मैं (अल्फोंस) ने अपना कार्य किया है। पहले अधिकतम वीजा शुल्क 60 डॉलर था जो अब बढ़ाकर 100 डॉलर कर दिया गया है। इस पर ढाई प्रतिशत का बैंक शुल्क भी लगेगा। अमेरिका और ब्रिटेन में भी अन्य देशों के नागरिकों से इतनी ही वीजा फीस ली जाती है। भारतीय पर्यटकों से अतिरिक्त शुल्क भी वसूला जाता है।