कूटनीतिक परिपक्वता के साथ सुलझाया गया डोकलाम विवाद: विदेश मंत्री
लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान उठाए गए डोकलाम मुद्दे पर विदेश मंत्री ने कहा कि कूटनीतिक स्तर पर यह सुलझा लिया गया है।
नई दिल्ली (प्रेट्र)। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को लोकसभा में डोकलाम का मुद्दा उठाए जाने पर कहा कि भारत-चीन के बीच इस विवाद को सुलझा लिया गया है। स्वराज ने कहा डोकलाम मामले पर भारत-चीन के बीच का विवाद कूटनीतिक परिपक्वता के साथ 28 अगस्त 2017 को निबटाया जा चुका है।
लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान टीएमसी सांसद सौगत बोस के सवाल के जवाब में सुषमा स्वराज का यह उत्तर आया है। उन्होंने कहा, 'वुहान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच हुई बैठक का कोई खास एजेंडा नहीं था और इसलिए डोकलाम मुद्दा भी नहीं था।' सुषमा स्वराज ने कहा, 'वुहान समिट की तैयारी के सिलसिले में मैंने चीन का दौरा किया था।‘ उन्होंने वुहान समिट के तीन उद्देश्यों का भी जिक्र किया। उनके अनुसार ये उद्देश्य थे- दोनों नेताओं के बीच सहजता बढ़ाना, आपसी समझ बढ़ाना और परस्पर भरोसा बढ़ाना।
विदेश मंत्री ने जानकारी दी कि वुहान समिट के बाद पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति चिनफिंग के बीच शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) समिट और दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स समिट से इतर मुलाकात हुई। उन्होंने बताया, 'इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं में सहमति बनी कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच किसी भी विवाद को अपने स्तर पर सुलझाया जाएगा।' दक्षिण चीन सागर पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए स्वराज ने बताया कि भारत की नीति स्पष्ट है कि दक्षिणी चीन सागर में नैविगेशन की स्वतंत्रता होनी चाहिए। सुषमा स्वराज ने जानकारी दी कि भारत-चीन के बीच बनी इसी सहमति के बाद चीन के रक्षा मंत्री भारत के दौरे पर आ रहे हैं। इस साल के आखिर में चीन के विदेश मंत्री का भी भारत दौरा होना है।
सिक्किम सीमा सेक्टर के पास डोकलाम में भारत और चीनी सेना करीब 73 दिन तक आमने-सामने थीं। इस इलाके में चीनी सेना द्वारा किए जाने वाले सड़क निर्माण कार्य को भारतीय सैनिकों द्वारा रोके जाने के बाद यह गतिरोध शुरू हो गया था।