तमिलनाडु : उत्तर भारतीयों को लेकर DMK नेता का विवादित बयान, कहा- द्रविड पार्टी के प्रयासों से अमीर हुए उत्तर भारतीय, फिर भी भाजपा को दिया वोट
तमिलनाडु सरकार में मंत्री पीके शेखर बाबू ने यहां तक कह दिया कि वोट अब इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के द्वारा डाले जाते हैं और इवीएम द्वारा देखा जा सकता है कि किसी व्यक्ति ने किसे वोट दिया है।
चेन्नई, एएनआइ। तमिलनाडु सरकार में मंत्री पीके शेखर बाबू ने बुधवार को राज्य में रह रहे उत्तर भारतीयों को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने उत्तर भारतीयों पर भारतीय जनता पार्टी को वोट देकर धोखा देने का आरोप लगाया है। मंत्री का यह बयान मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के लिए बड़ा सिरदर्द साबित हो सकता है।
एक कार्यक्रम में बोलते हुए शेखर बाबू ने दावा किया कि तमिलनाडु में रहने वाले उत्तर भारतीय द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के प्रयासों के कारण कमाई करके अमीर बने हैं लेकिन चुनावों के दौरान उन्होंने भाजपा के लिए वोटिंग की। इतना ही नहीं मंत्री ने यहां तक कह दिया कि वोट अब इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के द्वारा डाले जाते हैं और इवीएम द्वारा देखा जा सकता है कि किसी व्यक्ति ने किसे वोट दिया है।
I can see you North Indians getting richer. It's not because of BJP but Dravidian party. You've been voting not for us but for BJP. You say you voted for us but you cheat. Earlier there was ballot,now if we press button, it'll show whom you voted for: Tamil Nadu min PK Sekar Babu pic.twitter.com/leb0ARLcOU— ANI (@ANI) May 26, 2021
समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक शेखर बाबू ने कहा, 'मैं आपको (उत्तर भारतीयों) को अमीर होते हुए देख सकता हूं। यह भाजपा की वजह से नहीं बल्कि द्रविड़ पार्टी की वजह से हुआ है। आप हमें नहीं भाजपा को वोट दे रहे हैं। आप कहते हैं कि आपने हमें वोट दिया लेकिन आपने धोखा दिया। पहले बैलट पैपर के जरिए मतदान होता था लेकिन अब इवीएम मशीन पर बटन दबाया जाता है, जो यह दिखा देगा कि आपने किसे वोट दिया।'
शेखर बाबू यही नहीं रुके और उन्होंने यह भी सलाह दे डाली कि पार्टी को और अधिक उपकार करके गलत काम करने वालों (इस मामले में, उत्तर भारतीय) को दोषी और शर्मीला महसूस कराया जाना चाहिए। मंत्री ने कहा, 'एक गलत काम करने वाले को उपकार करके उसे दोषी और शर्मीला महसूस कराएं। अगर दूसरे आपको नुकसान पहुंचाते हैं, तो उनका भला करें, ताकि उन्हें अपनी गलतियों का एहसास हो और उन्हें शर्म आए।'