दिग्विजय का पीएम मोदी पर तंज, कोरोना वायरस पर थाली -दीयों की जगह सिंगापुर PM की तरह लोगों को समझाएं
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि इससे अच्छा पीएम मोदी सिंगापुर के प्रधानमंत्री की तरह लोगों को समझाते तो बेहतर होता।
नई दिल्ली, एएनआइ। कोरोना वायरस के मुद्दे पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। महामारी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोगों को हौसला देने के तरीकों पर कांग्रेस ने तंज कसा है। बता दें कि कोविड-19 के खिलाफ जारी जंग के बीच शुक्रवार को पीएम मोदी ने देशवासियों से 5 अप्रैल को रात 9 बजे नौ मिनट के लिए घर की लाइट को बुझाकर दीये जलाने की अपील की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि इससे अच्छा पीएम मोदी, सिंगापुर के प्रधानमंत्री की तरह लोगों को समझाते तो बेहतर होता।
पीएम मोदी की घरों में दीये जलाने की अपील पर दिग्विजय सिंह ने कहा है कि इसकी जगह पीएम मोदी को सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली ह्सियन लूंग का रास्ता अख्तियार करना चाहिए था, जो लोगों को इस महामारी के बारे में ज्यादा से ज्यादा शिक्षित कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट में लिखा, 'मोदी जी बहुत अच्छे वक्ता हैं। थली ताली, मोमबत्तियां और दीये की बजाय उन्हें लोगों को शिक्षित करना चाहिए और उन्हें तथ्य बताकर लोगों का विश्वास जीतना चाहिए। उन्हें बताना चाहिए कि हम कहां गलत हो गए और अब हमें क्या करना चाहिए।'
दिग्विजय सिंह यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे लिखा, 'मोदी जी को सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली ह्सियन लूंग से सीखना चाहिए कि वह कैसे अपने देश के लोगों से मुद्दे पर बात कर रहे हैं और परामर्श दे रहे हैं।' हालांकि, शायद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता को इस बात की जानकारी नहीं है कि पीएम मोदी भी कोरोना वायरस के मुद्दे पर लगातार आम लोगों से बात कर रहे हैं। पिछले दिनों पीएमओ की ओर से जारी बयान में बताया गया था कि पीएम मोदी प्रतिदिन 200 लोगों से कोरोना वायरस के मुद्दे पर बात करते हैं और उनके भ्रम दूर करते हैं।
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने देशवासियों से 5 अप्रैल को घर की लाइट बंद कर दीया जलाने का आह्वान किया है, ताकि कोरोना वायरस के अंधकार को दूर किया जा सके। इससे कोरोना वायरस के भय से लोगों को कुछ राहत मिलेगी। कुछ दिनों पहले ही जब पीएम मोदी ने थाली बजाने का अह्वान किया था, तो लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिला था। लेकिन कांग्रेस को इसमें भी राजनीति सूझ रही है।