Move to Jagran APP

राजनाथ सिंह कल करेंगे सियाचिन ग्‍लेशियर का दौरा, रक्षा मंत्री के तौर पर पहली विजिट

रक्षा मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने वाले राजनाथ सिंह सोमवार को पहले दौरे के रूप में सियाचिन ग्‍लेशियर जाएंगे।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 02 Jun 2019 11:58 AM (IST)Updated: Sun, 02 Jun 2019 12:16 PM (IST)
राजनाथ सिंह कल करेंगे सियाचिन ग्‍लेशियर का दौरा, रक्षा मंत्री के तौर पर पहली विजिट

नई दिल्‍ली, एएनआइ। रक्षा मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने वाले राजनाथ सिंह सोमवार को पहले दौरे के रूप में सियाचिन ग्‍लेशियर जाएंगे। राष्ट्रीय राजधानी से बाहर रक्षा बेस पर यह उनकी पहली यात्रा है।  इस दौरान उनके साथ थल सेना अध्‍यक्ष विपिन रावत भी साथ रहेंगे। यहां के वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद जवानों से मुलाकात करेंगे। साथ ही आला अफसरों से सियाचिन के रक्षा हालात और जवानों की जरूरतों की जानकारी लेंगे।  

loksabha election banner

गौरतलब है कि इससे पूर्व केंद्रीय रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, मनोहर पर्रीकर ने भी सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन ग्‍लेशियर का दौरा किया था। 

सेना के लिए क्यों अहम है सियाचिन ग्‍लेशियर?
-हिमालयन रेंज में मौजूद सियाचिन ग्लेशियर दुनिया का सबसे ऊंचा युद्ध क्षेत्र है। 1984 से लेकर अब तक यहां करीब 900 जवान शहीद हो चुके हैं। इनमें से ज्यादातर की शहादत एवलांच और खराब मौसम के कारण हुई। 
-सियाचिन से चीन और पाकिस्तान दोनों देशों पर नजर रखी जाती है। सर्दियों के मौसम में यहां काफी एवलांच आते रहते हैं। सर्दियों के सीजन में यहां एवरेज 1000 सेंटीमीटर बर्फ गिरती है। यहां का न्‍यूनतम तापमान माइनस 50 डिग्री (-140 डिग्री फॉरेनहाइट) तक हो जाता है।
- यहां हर रोज आर्मी की तैनाती पर सात करोड़ रुपए खर्च होते हैं। अगर एक रोटी 2 रुपए की है तो यह सियाचिन तक पहुंचते-पहुंचते 200 रुपए की हो जाती है। 

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.