नागपुर में संघ की बैठक, दत्तात्रेय का कद बढ़ने की अटकल
चुप्पी के बावजूद यह माना जा रहा है कि संघ के कामकाज को देखने वाले शीर्ष नेतृत्व सरकार्यवाह के पद पर नया चेहरा होगा।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। नागपुर में शुरू हुई राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक के साथ ही संभावित अंदरूनी कुछ बदलावों को लेकर अटकलें भी तेज हो गई हैं। चुप्पी के बावजूद यह माना जा रहा है कि संघ के कामकाज को देखने वाले शीर्ष नेतृत्व सरकार्यवाह के पद पर नया चेहरा होगा। और नए चेहरे के रूप में सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होजबले को देखा जा रहा है। ध्यान रहे कि कर्नाटक से आने वाले होजबले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी भी माने जाते हैं।
यूं तो बदलाव को लेकर कुछ अरसे से चर्चा चलती रही है लेकिन बैठक की शुरूआत में ही एक ऐसी घटना भी हुई जिसने इस अटकल को बल दे दिया है। दरअसल ऐसी बैठकों के पहले दिन मीडिया से दत्तात्रय ही रूबरू होते रहे हैं। शुक्रवार को सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल आए जो भाजपा और संघ के बीच समन्वय का काम भी देखते हैं। जाते-जाते वह यह कह गए कि अगली बाकी के सवालों का जवाब सरकार्यवाह देंगे लेकिन उन्होंने नाम नहीं बताया। सरसंघचालक के बाद नंबर दो पर आने वाले सरकार्यवाह ही सामान्यतया पूरा कामकाज देखते हैं।
ध्यान रहे कि वर्तमान सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी 2009 में प्रतिनिधिसभा से ही चुनकर आए थे। संघ भाजपा का मातृसंस्था है और इस नाते वहां होने बदलावों को भाजपा की कार्यशैली और नेतृत्व से जोड़कर देखा जाता रहा है। दत्तात्रेय भैयाजी के बाद तीसरे सबसे वरिष्ठ पदाधिकारी हैं और मोदी के साथ अच्छे रिश्तों के साथ साथ वह कर्नाटक से भी आते हैं।
संघ में जो भी बदलाव होने हैं उसका निर्णय शनिवार की शाम तक हो जाएगा। लेकिन शुक्रवार की देर शाम तक कोई भी इसे लेकर आश्वस्त नहीं था। वैसे यह तय माना जा रहा है कि संघ में बदलाव हुआ तो विहिप जैसे दूसरे संगठनों में भी बदलाव होगा।