Move to Jagran APP

आर्थिक तंगी में गाड़ियां बेचने को मजबूर हुई माकपा तो अब पार्टी ने जारी किया ये फरमान

माकपा नेतृत्व ने जिला कमेटी को पार्टी का खर्च कम करने का भी सख्त निर्देश दिया है। इसके साथ ही विभिन्न जिलों में गाडि़यों का इस्तेमाल कम करने को कहा गया है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Tue, 27 Aug 2019 10:07 PM (IST)Updated: Tue, 27 Aug 2019 10:32 PM (IST)
आर्थिक तंगी में गाड़ियां बेचने को मजबूर हुई माकपा तो अब पार्टी ने जारी किया ये फरमान
आर्थिक तंगी में गाड़ियां बेचने को मजबूर हुई माकपा तो अब पार्टी ने जारी किया ये फरमान

कोलकाता, जेएनएन। बंगाल में चुनाव-दर-चुनाव सियासी जमीन खो रही माकपा अब आर्थिक तंगी की भी चपेट में आ गई है। दैनिक खर्च चलाने को उसे अपनी गाड़ियां बेचनी पड़ रही हैं। एक समय था, जब बंगाल माकपा देशभर में अपने संगठनों का खर्च वहन करती थी। वर्तमान में केरल को छोड़कर बाकी सभी जगह माकपा की आर्थिक स्थिति खराब है। बंगाल में माकपा की आय आधी हो गई है।

loksabha election banner

इसे देखते हुए राज्य पार्टी नेतृत्व ने प्रत्येक जिला कमेटी को अगले साल जनवरी तक 12 लाख रुपये संग्रह कर पार्टी फंड में जमा कराने को कहा है। इसके साथ ही पार्टी का खर्च कम करने का भी सख्त निर्देश दिया गया है। विभिन्न जिलों में गाडि़यों का इस्तेमाल कम करने को कहा गया है। पार्टी के नाम से जो भी अतिरिक्त गाडि़यां हैं, उन्हें बेच देने को कहा गया है।

कैब का इस्तेमाल करें
माकपा के राज्य नेतृत्व की ओर से निर्देश जारी कर कहा गया है कि अब से सिर्फ पार्टी के जिला सचिव और वरिष्ठ नेताओं को ही गाड़ी का इस्तेमाल करने की इजाजत होगी। बहुत जरुरत पड़ने पर एप कैब का इस्तेमाल करने को कहा गया है।

इसे भी पढ़ें: अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले के विरोध में सड़क पर उतरी माकपा

पार्टी सूत्रों के मुताबिक उत्तर व दक्षिण 24 परगना जिलों में माकपा जिला कमेटी के नाम पर क्रमश: छह व चार गाडि़यां हैं। फोन का इस्तेमाल भी कम करने को कहा गया है। अंचल व शाखा कमेटी में टेलीफोन का कनेक्शन काटने को कहा गया है। पार्टी ने कहा है कि अभी सभी के पास मोबाइल है इसलिए लैंडलाइन का कम से कम इस्तेमाल किया जाए।

इसे भी पढ़ें: राज्‍यसभा में उठा देश के पांच हवाई अड्डों के निजीकरण का मामला, माकपा का विरोध

इसे भी पढ़ें: माकपा महासचिव सीताराम येचुरी के बयान पर अखाड़ा परिषद खफा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.