प्रियंका का केंद्र पर हमला, कहा- ईंधन पर वसूले टैक्स की रकम से मिल सकता था पूरे भारत को वैक्सीन
ईंधन की बढ़ी कीमतों को लेकर कांग्रेस ने आज विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र पर सवाल उठाया और कहा कि ईंधन पर लगाए गए टैक्स से जमा रकम से ही सरकार सबके लिए कोरोना वैक्सीन का इंतजाम कर सकती थी।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कोरोना वैक्सीन की कमी को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि टैक्स में आई धनराशि से सरकार सबके लिए वैक्सीन खरीद सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं किया। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने शुक्रवार को कहा कि काफी कुछ किया जा सकता था। कोरोना महामारी के दौरान पेट्रोल और डीजल पर लगाए गए टैक्स से प्राप्त धनराशि के जरिए सबके लिए कोरोना वैक्सीन का इंतजाम किया जा सकता था लेकिन कुछ नहीं किया गया।
प्रियंका ने हैशटैग BJPLootingIndia के साथ ट्वीट कर ईंंधन पर लगाए गए टैक्स से सरकार को होने वाली आमदनी का लेखा-जोखा भी दिया। ट्वीट में प्रियंका गांधी ने कहा, 'महामारी के दौरान, मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर कुल 2.74 लाख करोड़ रुपये का टैक्स एकत्रित किया। इससे पूरे देश के लिए वैक्सीन आ सकती थी जो 67 करोड़ रुपये खर्च पर हो सकता था। इसके अलावा 718 जिलों में ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा सकता था। 29 राज्यों में एम्स अस्पताल के अलावा 25 करोड़ गरीब लोगों को मदद के तौर पर 6000 रुपये की राशि दी जा सकती थी। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।'
महामारी के दौरान मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर टैक्स वसूले: 2.74 लाख करोड़
इस पैसे से क्या मिल सकता था-
पूरे भारत को वैक्सीन (67000 करोड़)
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718 जिलों में ऑक्सीजन प्लांट
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29 राज्यों में एम्स अस्पताल
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25 करोड़ गरीबों को 6000 रू की मदद
मगर मिला कुछ भी नहीं।#BJPLootingIndia— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 11, 2021
ईंधन की बढ़ी कीमतों को वापस लेने की मांग के साथ शहर के विभिन्न हिस्सों में पेट्रोल पंप पर कांग्रेस नेताओं व पार्टी वर्करों ने प्रदर्शन किया। दिल्ली कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में इस प्रदर्शन की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार हो रही बढ़ोतरी से जनता परेशान है। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा, 'जब यूपीए सत्ता में थी, तब पेट्रोल और डीजल पर टैक्स 9.20 रुपये था। अब यह 32 रुपये है। हम पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी वृद्धि को पूरी तरह से वापस लेने की मांग करते हैं। ईंधन को जीएसटी के दायरे में आना चाहिए।'