Coronavirus: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा- कोरोना संकट में मानवता दिखनी चाहिए
मुख्यमंत्री ने असंगठित क्षेत्र से अपील की है कि वे अपना कामकाज बंद रखने के बावजूद अपने कर्मचारियों का वेतन न काटें। उन्हें कामचलाऊ वेतन अवश्य दें।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि असंगठित क्षेत्र से अपील की है कि वे अपना कामकाज बंद रखने के बावजूद अपने कर्मचारियों का वेतन न काटें। उन्हें कामचलाऊ वेतन अवश्य दें। कोरोना एक संकट है। संकट में मानवता दिखनी चाहिए। यह आप दिखाइए। अपने कर्मचारियों को सहारा दीजिए। इस सहारे के आधार पर ही यह युद्ध जीता जा सकता है। बता दें कि गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने संबोधन में निजी क्षेत्र से ऐसी ही अपील कर चुके हैं।
ट्रेन एवं बसें नहीं होंगी बंद- सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि कई लोगों से ट्रेन एवं बसें बंद करने की सलाह मिल रही है, लेकिन महानगरपालिका के कर्मचारी, सफाई कर्मचारी, डॉक्टर, एंबुलेंस पर काम करने वाले कर्मचारी तथा ऐसी ही अन्य सेवाओं से जुड़े लोग इन्हीं सार्वजनिक परिवहन साधनों का उपयोग करके अपने काम पर पहुंच रहे हैं। इसलिए इन सेवाओं को बंद करने का निर्णय नहीं किया जा रहा है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के चार महानगरों को शनिवार से बंद करने का निर्णय किया है। मुंबई, पुणे एवं पिंपरी-चिंचवण तथा नागपुर में अत्यावश्यक सेवाओं को छोड़ बाकी सब 31 मार्च तक बंद रहेगा। यह निर्णय महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित रोगियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए लिया गया है।
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या 52
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या 52 हो गई है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य की जनता को फेसबुक के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना से मुकाबले के लिए अगले 15 दिन अत्यंत महत्त्वपूर्ण हैं। इसलिए मुंबई, पुणे, पिंपरी-चिंचवण एवं नागपुर में जीवनावश्यक सेवाएं छोड़ सभी दुकानें एवं निजी क्षेत्र के कार्यालय बंद रहेंगे।
सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति 25 फीसद तक सीमित रखने का निर्णय
सरकारी कार्यालयों में भी उपस्थिति 25 फीसद तक ही सीमित रखने का निर्णय किया गया है। जीवनावश्यक सेवाओं में राशन की दुकानें, दूध की दुकानें, औषधि की दुकानें, बैंक, शेयर बाजार एवं अन्य आवश्यक वित्तीय सेवाएं, लोकल ट्रेन, बसें एवं ऑटो-टैक्सी जैसे परिवहन के साधन चालू रहेंगे। यह बंदी शुक्रवार मध्यरात्रि से शुरू हो जाएगी।
मुख्यमंत्री की चेतावनी- यह बंदी घूमने-फिरने के लिए नहीं, बल्कि घर में ही रहने के लिए दी गई
मुख्यमंत्री ने यह चेतावनी भी दी है कि यह बंदी घूमने-फिरने के लिए नहीं, बल्कि सिर्फ घर में ही रहने के लिए दी जा रही है। यह एक तरह का बंधन है। जिसका पालन करना होगा। उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिंदा रहने के लिए लोग संघर्ष करते हैं। आज जिंदा रहने के लिए घर पर रहने की जरूरत है। पूरी दुनिया आज घर पर रह रही है। इसलिए आप भी घर पर रहिए। यह युद्ध है। संपर्क एवं संसर्ग से बचकर ही यह युद्ध जीता जा सकता है।
उद्धव ने कई शहरों को बंद करने का किया ऐलान
उद्धव ने कहा कि उनके द्वारा भीड़भाड़ कम करने की अपील का असर हुआ है। मुंबई की लोकल ट्रेनों एवं सड़कों पर भीड़ काफी कम हुई है, लेकिन इसे और कम करने की आवश्यकता है। खासतौर से ऐसे महानगरों में, जहां अंतरराष्ट्रीय विमानतल हैं एवं विदेशों से लोग आते रहे हैं। इसीलिए बृहन्मुंबई महानगर के अंतर्गत आने वाले मुंबई, ठाणे, कल्याण-डोंबीवली, नई मुंबई, रायगढ़, पालघर तथा पुणे व इसके उपनगर पिंपरी-चिंचवण एवं नागपुर को बंद करने का निर्णय किया गया है।