Coronavirus: अमित शाह ने कहा- कोरोना वायरस को रोकने के लिए जनता कर्फ्यू समय की जरूरत
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए लोगों से रविवार को जनता कर्फ्यू के दौरान घर में रहने की अपील की है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनता कर्फ्यू की अपील को वक्त की जरूरत बताया है। उन्होंने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देश में हर किसी से इसका समर्थन करने और अन्य लोगों को इसके प्रति प्रोत्साहित करने को कहा है। शाह ने सिलसिलेवार ट्वीट में सभी नागरिकों से उन लोगों का आभार व्यक्त करने को कहा जो इस महामारी के बीच देश को सुरक्षित और स्वस्थ रखने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।
शाह ने कहा- लोग 22 मार्च को सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक घरों में ही रहें
उन्होंने कहा, 'जब भारत कोरोना से लड़ रहा है, ऐसे में आइए कोविड-19 को पराजित करने की कोशिश करें। 22 मार्च को सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक घरों में ही रहें। अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को भी प्रोत्साहित करें। यह हमारा आंदोलन है और साथ मिलकर इसे हम जीतेंगे।'
राजनाथ ने कहा- लोग जनता कर्फ्यू को बड़े पैमाने पर सफल बनाएं
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी लोगों से जनता कर्फ्यू को बड़े पैमाने पर सफल बनाने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 का प्रसार रोकने के लिए सामूहिक प्रयत्न समय की जरूरत है। राजनाथ ने यह भी कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है और सरकार इस महामारी से लड़ने के लिए सभी जरूरी उपाय कर रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सशस्त्र बल संकट से निपटने की खातिर नागरिक अधिकारियों की सहायता के लिए पूरी तरह से तैयार है।
उपराष्ट्रपति ने लोगों से की घर में रहने की अपील
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए लोगों से रविवार को जनता कर्फ्यू के दौरान घर में रहने की अपील की है। प्रधानमंत्री मोदी के अनुरोध का हवाला देते हुए नायडू ने कहा कि चूंकि वायरस का प्रसार शारीरिक संपर्क के जरिये होता है, इसलिए इसे रोकने के लिए सामाजिक दूरी एक प्रभावकारी उपाय है।
महामारी की चुनौती का एकजुट होकर मुकाबला करना है- नायडू
उपराष्ट्रपति ने राजनीतिक दलों के नेताओं, सामाजिक संगठनों और अन्य लोगों से महामारी की चुनौती का एकजुट होकर मुकाबला करने को कहा है। उन्होंने कहा कि यह हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह इस चुनौती का सामना करने के लिए दूसरों को प्रशिक्षित और प्रेरित करे।