शिवराज पर केस दर्ज करने को कांग्रेस ने पुलिस को सौंपे आवेदन, कमल नाथ के खिलाफ एफआइआर से आक्रामक हुई पार्टी
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ के मीडिया समन्वय नरेंद्र सलूजा और महासचिव मीडिया केके मिश्रा ने बताया कि प्रदेश में कई जगह मुख्यमंत्री के खिलाफ आंकड़े छुपाने के लिए एफआइआर दर्ज करने के आवेदन दिए गए हैं।
भोपाल, राज्य ब्यूरो। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के खिलाफ भोपाल में एफआइआर दर्ज करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। सोमवार को कांग्रेस ने इस मुद्दे पर प्रदेशभर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ कोरोना से मौत के आंकड़े छिपाने का आरोप लगाते हुए एफआइआर दर्ज करने के लिए आवेदन दिए। उधर, कमल नाथ ने भी साफ कहा कि कोई एफआइआर न तो उन्हें दबा नहीं सकती है और न ही चुप करा सकती है। चाहे कुछ भी हो जाए मैं जनता के हक की आवाज को उठता रहूंगा। उधर, युवा कांग्रेस ने विभिन्न स्थानों पर गांधी प्रतिमा के समक्ष सरकार की कार्रवाई के खिलाफ धरना दिया।
घटिया राजनीति कर रही है सरकार
प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि सरकार कोरोना से हुई मृत्यु के आंकड़ों को छुपाना चाहती है। इंदौर में श्मशान और कब्रिस्तान के प्रमाणित आंकड़ें दिए थे। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के पास भी जगह-जगह से मृत्यु के आंकड़े आए। जिस इंडियन वैरिएंट की बात पर आरोप लगाए जा रहे हैं, उसका जिक्र तो केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपने हलफनामे में किया है। ऐसे में तो केंद्र सरकार के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज होना चाहिए। घटिया राजनीति कमल नाथ नहीं बल्कि सरकार कर रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ के मीडिया समन्वय नरेंद्र सलूजा और महासचिव मीडिया केके मिश्रा ने बताया कि प्रदेश में कई जगह मुख्यमंत्री के खिलाफ आंकड़े छुपाने के लिए एफआइआर दर्ज करने के आवेदन दिए गए हैं।
कमल नाथ ने कहा - मुझे कोई एफआइआर दबा नहीं सकती
कमल नाथ ने कहा कि सरकार से मौत के आंकड़े सार्वजनिक करने की मांग करने के बाद मुंह बंद करने के लिए एफआइआर कराई गई है। यदि हमारे आरोप गलत हैं तो सही आंकड़े प्रदेशवासियों के सामने क्यों नहीं रखे जा रहे हैं? क्या प्रदेश के अस्पतालों में बिस्तर, ऑक्सीजन, इंजेक्शन और दवाएं नहीं मिलने की वजह से मौतें नहीं हुई हैं? उन्होंने पूछा कि प्रदेश में 16 साल में एक भी ऑक्सीजन प्लांट नहीं लगा तो क्या यह बात उठाना गलत है? रेमडेसिविर इंजेक्शनों की कालाबाजारी होती रही है और जरूरतमंद इलाज के लिए तड़पते रहे, क्या यह बात उठाना गलत है? क्या प्रदेश की बदहाल स्वास्थ्य सेवा, ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की कमी, श्मशान घाटों में जगह न मिलने की बात उठाना गलत है? इन वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए झूठे मुद्दे लाकर आवाज दबाने, डराने और झुकाने का जो प्रयास किया जा रहा है वो सफल नहीं होगा। भले ही कितनी भी एफआइआर दर्ज करा ली जाएं। उन्होंने कहा कि मैं चुप नहीं बैठूंगा और अव्यवस्था व सरकार की विफलताओं को उजागर करता रहूंगा।
कांग्रेस मौत का उत्सव मना रही है, सोनिया गांधी धृतराष्ट्र बनी बैठी हैं : शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर पलटवार कर सोमवार को कहा, कांग्रेस और कमल नाथ को जब जनता व सरकार के साथ आकर इस कठिन समय में महामारी से लड़ना था, उस समय वे मौत का उत्सव मना रहे हैं। शिवराज ने यह भी पूछा कि यदि 'इंडियन वैरिएंट' कहे जाने संबंधी यह बयान कमल नाथ का है तो कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी धृतराष्ट्र क्यों बनी बैठी हैं। उन्होंने कहा, कांग्रेस आग लगाने की तैयारी में लगी है। आप (कमल नाथ) प्रदेश में अराजकता फैला रहे हो। मैं मैडम सोनिया गांधी से पूछना चाहता हूं कि कमल नाथ के आग लगाने वाले बयान से क्या वह सहमत हैं? क्या उनकी सहमति से कमल नाथ ने यह ब्यान दिया? क्या इंडियन कोरोना कहने वाले बयान से आप सहमत हैं? आग लगाने का विचार कमल नाथ का विचार है या आपकी तरफ से निर्देश दिए गए हैं। अगर कमल नाथ अपने मन से यह सब कर रहे हैं तो आप धृतराष्ट्र बन कर तमाशा क्यों देख रही हैं। आप कार्रवाई कीजिए और अगर आप सहमत हैं तो देश को अवगत कराइए ताकि देश जान सके कि कांग्रेस की सोच क्या है? मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार मध्य प्रदेश में जनता की सेवा में लगी रहेगी और हम आग नहीं लगने देंगे।