राहुल गांधी ने भरी हुंकार, कहा-2019 तो जीतेंगे ही, कर्नाटक सहित चार और राज्य भी जीतेंगे
जन आक्रोश रैली में राहुल गांधी के दिखे आक्रामक तेवर। राहुल ने कहा, बेरोजगारी, महिला सुरक्षा से लेकर नीरव मोदी व जजों के मामलों को लेकर मोदी सरकार पर साधा निशाना।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पांच साल की सत्ता विरोधी लहर के बीच कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस भले ही बुरी तरह से फंसी हुई है, लेकिन उसके आत्मविश्वास में कोई कमी देखने को नहीं मिल रही है। खासकर उसके नेता तो बिल्कुल भी अपने को कमतर आंकने को तैयार नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को जन आक्रोश रैली में कार्यकर्ताओं के आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए ऐसे ही दावे किये। उन्होंने दावा कि न सिर्फ 2019 का लोकसभा चुनाव जीतेंगे, बल्कि इससे पहले कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की विधानसभा में भाजपा को मात देंगे। वैसे हकीकत यही है कि पिछले कुछ सालों में भाजपा के साथ हुए सीधे चुनावी मुकाबलों में कांग्रेस को एक-एक करके अपने कई राज्य गंवाने पड़े है।
रामलीला मैदान में जन आक्रोश रैली के दौरान राहुल गांधी की पूरी कोशिश कार्यकर्ताओं के टूटे हुए आत्मविश्वास को जगाने की थी। यही वजह रही कि उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को कभी शेर का बच्चा कहा, तो कभी उन्हें अपनी ताकत को पहचानने की नसीहत दी। कार्यकर्ताओं को पार्टी की अहम ताकत बताते हुए उन्होने कहा कि कांग्रेस उनकी अपनी पार्टी है। उनके ही खून पसीने से तैयार हुई है। ऐसे में हमें मिलजुलकर और डटकर देश को तोड़ने वाली ताकतों से मुकाबला करना है। राहुल गांधी ने अपने भाषण में भ्रष्टाचार, बेरोजगारी महिला सुरक्षा और किसानों के कर्ज जैसे मुद्दों को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी और सरकार पर जमकर निशाना साधा।
संवैधानिक संस्थानों को कमजोर करने का आरोप लगाया। कहा देश के 70 साल के इतिहास में कभी भी ऐसा नहीं हुआ, जब न्यायपालिका को जनता के सामने न्याय मांगने के लिए आना पड़ा हो, लेकिन इस सरकार के कार्यकाल में सुप्रीम कोर्ट के चार न्यायाधीशों को अपनी मांग को लेकर जनता के बीच आना पड़ा है। प्रधानमंत्री के चीन दौरे पर भी राहुल गांधी ने सवाल उठाए और कहा कि वह बगैर किसी एजेंडे के चीन के दौरे पर जाते हैं, दूसरी तरह चीन डोकलाम में हमारी जमीन पर कब्जा जमाने की कोशिश में जुटा हुआ है। कार्यकर्ताओं को सतर्क करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र की मौजूदा सरकार झूठ फैलाने वाली सरकार है। हमारी पूर्व की सरकार के खिलाफ इन्होंने 2014 में ऐसे ही झूठ फैलाया था। लेकिन अब सच सामने आने लगा है। 60 महीने में देश की तस्वीर बदलने का दावा करने वाले पीएम मोदी अब कुछ बोल नहीं रहे है।
रैली को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी संबोधित किया और कहा कि मोदी सरकार जिस रास्ते पर चल रही है, वह देश के लोकतंत्र के लिए एक बड़ा खतरा है। संसद नहीं चलने दी जा रही है। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होने से रोका जा रहा है। संवैधानिक संस्थानों को कमजोर करने की कोशिश हो रही है। दूसरी तरह नीरव मोदी और मेहुल चोकसी जैसे लोग बैंक के हजारों करोड़ों रूपए लेकर विदेश भाग जाते हैं, सरकार कुछ नहीं कर पाती है। बैंकों की हालत आज खराब है।
जन आक्रोश रैली को यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देश की आज जो स्थिति है, कभी इसकी किसी ने भी कल्पना भी नहीं की होगी। खून खराबे, घृणा और हिंसा की राजनीति से देश आज जूझ रहा है। जब से मोदी सरकार आई है, वह संवैधानिक संस्थानों को एक-एक कर कुचलने में जुटी हुई है।