हिंदुओं की संख्या कम होने के पीछे कांग्रेस की नीतियां जिम्मेदार: सिन्हा
आजादी के बाद मुस्लिम व इसाईयों की संख्या लगातार बढ़ी, लेकिन हिंदुओं की संख्या कई प्रतिशत कम हो गई। ऐसा कांग्रेस सरकारों की नीतियों की वजह से हुआ।
नईदुनिया, भोपाल। भाजपा के राज्यसभा सदस्य और आरएसएस विचारक प्रो. राकेश सिन्हा ने बड़ा बयान दिया है। मध्य प्रदेश के भोपाल में राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्व विद्यालय में आयोजित यंग थिंकर्स कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हिंदुओं की संख्या कम होने के पीछे कांग्रेस सरकारों की नीतियां जिम्मेदार रही हैं।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद मुस्लिम व इसाईयों की संख्या लगातार बढ़ी, लेकिन हिंदुओं की संख्या कई प्रतिशत कम हो गई। ऐसा कांग्रेस सरकारों की नीतियों की वजह से हुआ। अब इसे सुधारने का मौका आया है। हमें नीतियों में संशोधन करना होगा।
सिन्हा ने कहा कि भारत में रहने वाला हर भारतीय हिंदू है और जो खुद को गैर-हिंदू बता रहे हैं, उनके लिए सवाल पैदा होता है कि वे खुद को विकास में कैसे शामिल करेंगे? उन्होंने कहा कि जो भारतीय बनकर आएगा, हम उसे स्वीकार करेंगे और जो गौर भारतीय बनेगा, उसे बाहर कर दिया जाएगा। सिन्हा बोले कि 1947 के अलावा भी देश का कई बार विभाजन हुआ है। 1937 में बर्मा को भारत से अलग किया गया। वहीं, 1962 में हमने अपनी जमीन खो दी, जिसे भारत का सही ज्ञान नहीं है, वह भारत का निर्माण नहीं कर सकता।
अनुशासित रहें युवा
कॉन्क्लेव का उद्घाटन करते हुए मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन ने कहा कि युवाओं को अनुशासित रहना चाहिए। युवाओं को धैर्य, संयम और साहस की शिक्षा लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के सर्वे में सामने आया था कि भारत में 700 से ज्यादा आबादी वाले गांव में एक स्कूल था। यह स्कूल समाज पर केंद्रित थे। इन स्कूलों में ज्ञान के साथ संस्कार भी मिलते थे। अंग्रेजों ने भारत को जीतने के लिए इस शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया था।