कांग्रेस महाधिवेशनः सोनिया, राहुल के बाद मनमोहन सिंह के निशाने पर पीएम मोदी
कांग्रेस के महाधिवेशन के राहुल गांधी व सोनिया गांधी के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निशाने पर रही मोदी सरकार।
नई दिल्ली (जेएनएन)। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कांग्रेस के महाधिवेशन को संबोधित किया। राहुल गांधी और सोनिया गांधी के बाद पूर्व प्रधानमंत्री के निशाने पर भी प्रधानमंत्री मोदी रहे। उन्होंने कहा, 'जब मोदी जी प्रचार कर रहे थे तो उन्होंने बहुत सारे वादे किए, इन वादों को पूरा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि हम 2 करोड़ लोगों को रोजगार प्रदान करेंगे, हमने 2 लाख नौकरियां भी नहीं देखी हैं।'
उन्होंने आगे कहा, 'मोदी सरकार जम्मू कश्मीर के हालातों को संभाल नहीं पा रही है। दिन बा दिन वहां के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। इससे यह स्पष्ट है कि हमारी सीमाएं असुरक्षित हैं।'
महाधिवेशन के आखिरी दिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि मोदी सरकार भारत की विदेश नीति में फेल हुई है। बीते 4 सालों में उन्होंने सिर्फ बांटने की नीति बनाई है। उन्होंने सिर्फ बेतुका और गैर गंभीर तरीका ही अपनाया है। उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी सिर्फ अपना ही प्रोपेगेंडे लेकर चल रहे हैं। आज ये चिंता का विषय है कि हमने दुनिया के कई देशों के साथ भागीदारों और अपने पड़ोसियों के साथ रिश्तों को खराब किया है।
वहीं, नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, 'राहुल भाई कार्यकर्ताओं को समेट लो, अगले साल लालकिले पर झंडा आप ही फहराएंगे।
इस महाधिवेशन में कांग्रेस पार्टी आने वाले लोकसभा चुनाव (2019) को लेकर अपनी रणनीति की रूपरेखा तैयार कर रही है। जिसका संदेश कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने उद्घाटन भाषण से ही दे दिया था। अपने उद्घाटन भाषण में राहुल गांधी के निशाने पर मोदी सरकार रही। वहीं यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी जमकर केंद्र का घेराव किया। राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने भाजपा पर बांटने की राजनीति का आरोप लगाया है।
सोनिया ने मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि बीते चार साल से कांग्रेस को तबाह करने के लिए भाजपा साम-दाम-दंड भेद का खुला खेल रही है। इससे पहले राहुल गांधी ने कहा कि एक व्यक्ति को दूसरे से लड़ाकर देश को बांटा जा रहा है, गुस्सा फैलाया जा रहा है, पर कांग्रेस का हाथ लोगों को जोड़ेगा।
सोनिया के आरोप
शनिवार को महाधिवेशन को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा, 'कांग्रेस ने देशवासियों के सशक्तिकरण के लिए ऐतिहासिक योजनाएं लागू कीं। नरेगा, वन अधिकार, भूमि अधिग्रहण, शिक्षा-स्वास्थ्य और भोजन का अधिकार और सूचना के अधिकार जैसे कानूनों से करोड़ों की जिंदगी में बदलाव आया।' उन्होंने मौजूदा सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि आज ये देखकर मुझे अफसोस होता है, दुख होता है कि सभी कार्यक्रमों और योजनाओं को मोदी सरकार कमजोर कर रही है और नजरंदाज कर रही है। उन्होंने कहा, 'पिछले चार साल में कांग्रेस को तबाह करने के लिए अहंकारी और सत्ता के नशे में चूर लोगों ने कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी। साम-दाम-दंड-भेद का पूरा खेल चल रहा है। लेकिन सत्ता के अहंकार के आगे ना कांग्रेस कभी झुकी है और ना कभी झुकेगी।
राहुल के आरोप
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा, 'आज हिंदुस्तान को बांटा जा रहा है। एक व्यक्ति को दूसरे से लड़ाया जा रहा है। हमारा निशान हाथ है, जो लोगों को जोड़ता है। हमें मिलकर देश को एक करना है। सोनिया जी और मनमोहन जी को समेत सभी नेताओं को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने देश को एक करने की कोशिश की।' उन्होंने आगे कहा, आज देश में जो युवा और किसान हैं, वो मोदी जी की नीतियों से थक चुके हैं। उन्हें आगे बढ़ने का कोई रास्ता नहीं मिल रहा है। हम उनके साथ खड़े हैं। कांग्रेस और दूसरी पार्टी में अंतर ये हैं कि वो क्रोध और हम प्यार का इस्तेमाल करते हैं।
बता दें कि राहुल गांधी के पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद यह पहला महाधिवेशन है। यह कांग्रेस कमेटी का 84वां अधिवेशन है। यह इंदिरा गांधी स्टेडियम में हो रहा है। इसमें सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह समेत पार्टी के कई बड़े नेता मौजूद रहे।