पेट्रोल-डीजल मूल्य में जारी बढ़ोतरी को लेकर पीएम मोदी पर बिफरी कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जब चुनाव आता है तभी पीएम को तेल मूल्य में बढ़ोतरी की चिंता होती है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में जारी बढ़ोतरी के उफान पर भाजपा-एनडीए पर तीखा प्रहार करते हुए कांग्रेस ने कहा है कि सरकार चुनिंदा उद्योगपतियों को उनके कर्ज से राहत दिलाने के लिए तेल के दामों में लगातार इजाफा कर रही है। जबकि नौ दिन में ही आम आदमी को डीजल-पेट्रोल की कीमतों में दी गई ढ़ाई रुपये प्रति लीटर की मामूली राहत भी छिन गई है। पार्टी के अनुसार तेल मूल्यों के पुराने स्तर को पार करने से साफ है कि प्रधानमंत्री की तेल कंपनियों के साथ बैठक चिंता का दिखावा करने के प्रयास से ज्यादा कुछ नहीं है।
कांग्रेस प्रवक्ता पूर्व पेट्रोलियम राज्यमंत्री आरपीएन सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि नौ दिन में ही सरकार ने आम आदमी की छोटी राहत भी छीन ली है। जबकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल बीते पांच दिन में पांच डालर प्रति बैरल सस्ता हुआ है। यह और बात है कि कांग्रेस ने इसका खुलासा नहीं किया कि तेल के दाम रिफाइनरी से तेल आने के दिन तय होते हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि डीजल व पेट्रोल पर प्रति लीटर नौ दिन पहले ढ़ाई रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी मगर डीजल मूल्य में इन नौ दिनों में ही 2.51 रुपये की वृद्धि हो चुकी है। ध्यान रहे कि जिस 4 अक्टूबर को जब केंद्र सरकार ने ढ़ाई रुपये प्रति लीटर कटौती करने की घोषणा थी। सोमवार को दिल्ली में डीजल की कीमत 75.46 रुपये हो गई है।
पेट्रोल-डीजल मूल्य में वृद्धि को लेकर तेल कंपनियों के साथ प्रधानमंत्री की बुलाई बैठक को दिखावा करार देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जब चुनाव आता है तभी पीएम को तेल मूल्य में बढ़ोतरी की चिंता होती है। गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक पहले तेल में कटौती की गई और फिर कर्नाटक चुनाव के दौरान 17 दिनों तक कीमतों में इजाफे को रोक कर रखा गया। जबकि पांच राज्यों में चुनाव से पहले डेढ रुपये की ताजा कटौती की गई और नौ दिन में ही इसे वसूल लिया गया है इससे साफ है कि पीएमओ को जनता की नहीं चुनाव की चिंता है।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर कांग्रेस काफी अरसे बाद सोमवार को रोजाना बढ़ोत्तरी के साथ डीजल की कीमत पुराने आंकड़ों को पार कर गई। हालांकि रोजाना बढ़ोत्तरी के बावजूद पेट्रोल की कीमत ढ़ाई रुपये की कमी के बाद से 1.22 रुपये बढ़ी है।
राफेल सौदे को लेकर कांग्रेस पहले ही सरकार पर बड़े उद्योगपति को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा चुकी है। अब पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ोत्तरी को भी बड़े उद्योगपतियों को राहत देने से जोड़ कर मंशा स्पष्ट कर दी है।