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मध्य प्रदेश के उपचुनाव में भी हिंदुत्व का रास्ता अपना रही कांग्रेस, कमल नाथ मंदिरों में टेक रहे मत्था

कांग्रेस के सॉफ्ट हिंदुत्व से पूर्ण हिंदुत्व की ओर बढ़ने का सबसे बड़ा उदाहरण कमल नाथ ने सुंदरकांड का आयोजन कर पेश किया।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Mon, 14 Sep 2020 07:40 PM (IST)Updated: Mon, 14 Sep 2020 07:55 PM (IST)
मध्य प्रदेश के उपचुनाव में भी हिंदुत्व का रास्ता अपना रही कांग्रेस, कमल नाथ मंदिरों में टेक रहे मत्था
मध्य प्रदेश के उपचुनाव में भी हिंदुत्व का रास्ता अपना रही कांग्रेस, कमल नाथ मंदिरों में टेक रहे मत्था

भोपाल, स्टेट ब्यूरो। मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव में भी कांग्रेस हिंदुत्व का रास्ता अपना रही है। इसकी शुरुआत कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले से ही कर दी थी। तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जब मंदसौर गोलीकांड की बरसी पर आयोजित सभा में आए थे, तब वहां उन्होंने पशुपति नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की थी। चुनाव के दौरान वे धार्मिक नगरी चित्रकूट भी पहुंचे थे। अब कमल नाथ 15 महीने चली अपनी सरकार गिरने के बाद उपचुनाव के जरिए सत्ता में वापसी के लिए मंदिरों में माथा टेकते हुए प्रचार का शंखनाद कर रहे हैं। कांग्रेस पहले सॉफ्ट हिंदुत्व की तरफ चल रही थी, लेकिन अब लगता है कि वह पूरी तरह से हिंदुत्व को अंगीकार करने में जुटी है।

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मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव -2018 के पहले से कांग्रेस के लिए सॉफ्ट हिंदुत्व शब्द का इस्तेमाल शुरू हुआ था। उस समय राहुल गांधी, कमल नाथ, दिग्विजय सिंह, अजय सिंह जैसे नेताओं ने मंदिरों में मत्थे टेके थे। बाद में कमल नाथ ने प्रदेश अध्यक्ष का प्रभार लेने के बाद इसे आगे बढ़ाया था। दिग्विजय सिंह ने विधानसभा चुनाव के पहले नर्मदा परिक्रमा का समापन किया था। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में दुर्गोत्सव और गणेशोत्सव जैसे आयोजन कर मूर्ति स्थापना की जाने लगी।

छिंदवाड़ा में किया सुंदरकांड

कांग्रेस के सॉफ्ट हिंदुत्व से पूर्ण हिंदुत्व की ओर बढ़ने का सबसे बड़ा उदाहरण कमल नाथ ने सुंदरकांड का आयोजन कर पेश किया। उन्होंने अपने गृह नगर छिदवाड़ा स्थित निजी निवास शिकारपुर में हनुमानजी की विशाल प्रतिमा स्थापित कराई। उन्होंने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में ही चित्रकूट में राम वनगमन पथ के निर्माण को लेकर तेजी से काम किया। प्रदेशभर में पुजारियों के मानदेय को बढ़ाया।

सत्ता में वापसी के लिए मंदिरों में दस्तक

विधानसभा उपचुनाव की घोषणा का इंतजार कर रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमल नाथ व दिग्विजय सिंह ने अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन पर पार्टी लाइन से हटकर स्वागत बयान दिए। भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर रोशनी करते हुए रामजी का विशाल कटआउट लगाया। प्रदेशभर में हनुमान चालीसा पाठ किया गया। इसके लिए उन्हें पार्टी के भीतर विरोध भी झेलना पड़ा। अब कमल नाथ ने उपचुनाव के अभियान की शुरुआत प्रदेश के आगर जिले में स्थित नलखेड़ा में माता बगलामुखी के मंदिर में पूजन के साथ की।वहीं, इंदौर जिले के सांवेर में चुनावी सभा में कांग्रेसी भगवे झंडे लेकर पहुंचे।

मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने कहा कि कांग्रेस धर्म को राजनीति से नहीं जोड़ती है। यह व्यक्ति गत आस्था का मामला है। भाजपा केवल लोगों को भ्रमित करती है।

मध्य प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने बताया कि कल तक जो लोग रामसेतु को काल्पनिक बताया करते थे, वे आज सत्ता पाने की लालसा में भ्रम फैला रहे हैं। कमल नाथ सरकार के 15 महीने का झूठ-फरेब जनता ने देखा है। वह उनके माया जाल में नहीं फंसने वाली है।


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