CID ने 17 बच्चों की तस्करी केस में कैलाश विजयवर्गीय से की पूछताछ
बच्चों की तस्करी मामले में सीआइडी ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से दो घंटे तक पूछताछ की।
इंदौर, (नईदुनिया)। 17 बच्चों की तस्करी के मामले की जांच कर रही पश्चिम बंगाल सीआइडी ने शनिवार को इंदौर आकर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से दो घंटे तक पूछताछ की। 8 सदस्यीय दल ने उनके बयान भी दर्ज किए। तस्करी मामले में पकड़ी गई मुख्य आरोपी ने बंगाल के स्थानीय भाजपा नेताओं के साथ विजयवर्गीय से भी जुड़े रहने का बयान दिया था। इसके बाद राज्य सरकार ने इस मामले की जांच शुरू की थी।
जलपाईगुड़ी (प. बंगाल) पुलिस ने पिछले वर्ष 18 फरवरी को एनजीओ संचालक वंदना चक्रवर्ती को बच्चों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। जांच में खुलासा हुआ कि वंदना भाजपा नेता व जलपाईगुड़ी महिला शाखा प्रमुख जूही चौधरी के संपर्क में थी। राज्य सरकार ने मामले की जांच सीआईडी को सौंपी और मार्च 2017 में जूही को भारत-नेपाल सीमा से सटे खरीबाड़ी से गिरफ्तार कर लिया।
जूही ने बताया कि उसने राज्यसभा सदस्य रूपा गांगुली के जरिए विजयवर्गीय से संपर्क साधा था, ताकि केंद्र सरकार से उसे आर्थिक सहायता मिल सके। उसने विजयवर्गीय के माध्यम से बालगृह 'आश्रय' के लाइसेंस का भी नवीनीकरण कराने की कोशिश की थी। सीआईडी ने जांच आगे बढ़ाते हुए विजयवर्गीय के बारे में जानकारी जुटाई। एडीजी (सीआईडी) संजॉय चक्रवर्ती ने डीएसपी स्तर के एक अधिकारी को इसका जिम्मा सौंपा और टीम को इंदौर रवाना किया।
कैलाश विजयवर्गीय ने अपनी सफाई में कहा है कि सीआईडी के अधिकारी आए थे। जूही चौधरी से क्या संपर्क है, यह पूछ रहे थे। उन्हें बता दिया कि उससे कोई संपर्क नहीं हैं। उससे कहीं मुलाकात नहीं हुई। राजनीतिक द्वेषषता निकालने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार के इशारे पर वहां की एजेंसियां इस तरह के आरोप लगा रही है।
अपनी गाड़ी से नहीं पहुंचे
जांच अफसरों ने विजयवर्गीय को नोटिस जारी कर एडीजी इंदौर अजयकुमार शर्मा के ऑफिस बुलाया था। सूत्रों के मुताबिक विजयवर्गीय करीब 11.30 बजे एडीजी ऑफिस पहुंचे। इसके लिए उन्होंने किसी और की गाड़ी का इस्तेमाल किया। डीएसपी स्तर के एक अफसर ने वंदना व जूही से जुड़े 50 से ज्यादा सवाल किए।
इंदौर जोन के एडीडी अजय कुमार ने कहा कि सीआईडी के पास हाई कोर्ट के आदेश थे। उन्होंने विजयवर्गीय से पूछताछ के लिए स्थान मांगा था। हमने उन्हें कॉन्फ्रेंस हॉल उपलब्ध करवा दिया।