चिदंबरम ने दिखाया आइना, अपने बूते 150 सीटें ही जीत सकती है कांग्रेस
चिदंबरम ने कहा कि गठबंधन के सहारे कांग्रेस-यूपीए की सरकार बनने के आसार हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के चुनाव अभियान में उम्मीदों का पंख लगाने के लिए पूर्व वित्तमंत्री पी.चिदंबरम ने अपने चुनावी गणित का खाका कार्यसमिति की बैठक में पेश किया। पूर्व वित्तमंत्री ने पार्टी का फोकस बढ़ाने के लिए तैयार अपनी इस रपट में कहा कि कांग्रेस 12 राज्यों में अपने बूते करीब 140 से 150 लोकसभा सीटें जीत सकती है। चिदंबरम के आकलन का पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने समर्थन किया।
चिदंबरम ने जिन राज्यों का हवाला दिया उसमें मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, असम, तेलंगाना आदि शामिल थे। इसके अलावा उत्तरप्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, कर्नाटक जैसे राज्यों में मजबूत गठबंधन के सहारे विपक्षी खेमे की सीटें बढ़ाने पर फोकस करने की बात उन्होंने कही।
चिदंबरम का कहना था कि कांग्रेस जहां 150 सीटें जीत सकती है, वहीं सहयोगी दलों के साथ 150 का आंकड़ा हासिल करना संभव है। चिदंबरम ने कहा कि इस तरह गठबंधन के सहारे कांग्रेस-यूपीए की सरकार बनने के आसार हैं।
भाजपा का तंज,-'छोटे लक्ष्य वाली कांग्रेस के नेता राहुल का पीएम बनने का सपना'
कांग्रेस कार्य समिति में आगामी लोकसभा चुनाव में 150 सीटें जीतने का लक्ष्य रखने पर भाजपा ने कटाक्ष किया है। भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया कि 150 सीटें जीतने का लक्ष्य रखने वाले पार्टी के नेता राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं। ध्यान देने की बात है कि कार्यसमिति की बैठक में पी. चिदंबरम ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के अकेले दम पर 150 सीटें जीतने का खाका पेश किया।
भाजपा नेता अनिल बलूनी ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद को प्रधानमंत्री का दावेदार बताने से नहीं चूक रहे हैं। वहीं उनकी पार्टी की स्थिति यह है कि अकेले दम पर बहुमत लाने की बात सोच भी नहीं पा रही है।
बलूनी ने कहा कि राहुल गांधी भले ही लोकसभा के भीतर जबरदस्ती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गले मिल गए हों, लेकिन हकीकत यही है कि देश की जनता उन्हें और उनकी पार्टी को वर्ष 2019 में गले नहीं लगाने वाली है। मोदी सरकार पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के हमले का जवाब देते हुए अनिल बलूनी ने कहा कि उनकी सरकार के दौरान भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना मुख्य लक्ष्य रहा था, जबकि मोदी सरकार किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लक्ष्य पर काम रही है।
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