चिदंबरम ने कहा- देश की डूबती अर्थव्यवस्था पर मनमोहन सिंह से सलाह मांगे मोदी सरकार
कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य पी. चिदंबरम ने कहा कि कि भाजपा नीत राजग सरकार अर्थव्यवस्था को संभालने में अक्षम और असहाय साबित हुई है।
हैदराबाद, एएनआइ। बेरोजगारी में बढ़ोतरी और आर्थिक मंदी को लेकर कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य पी. चिदंबरम ने शनिवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, सरकार माने कि उसने गलती की है और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से डूबती अर्थव्यवस्था पर सलाह देने का अनुरोध करे।
चिदंबरम ने कहा- मोदी सरकार गरीब विरोधी सरकार
बजट 2020-21 विषय पर छात्रों को संबोधित करते हुए चिदंबरम ने कहा, 'यह अब तक की सबसे गरीब विरोधी सरकार है। ग्रामीण भारत और कृषि क्षेत्र खराब स्थिति में है। कम से कम सरकार इतना तो कर ही सकती है कि वह गलती स्वीकार करे और डॉ. मनमोहन सिंह से कहे कि आइए और हमें सलाह दीजिए।'
चिदंबरम ने वित्त मंत्री के बजट भाषण की तुलना 'सत्यनारायण कथा' से की
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर निशाना साधते हुए उन्होंने बजट-2020 भाषण की तुलना 'सत्यनारायण कथा' से की। चिदंबरम ने कहा, 'वित्त मंत्री देश की आर्थिक स्थिति क्यों नहीं बताना चाहतीं? अगर मैंने सत्यनारायण की कथा पढ़ी होती तो मुझे पता होता कि बजट पेश करने के दौरान उन्होंने क्या कहा।
भारत के इतिहास में कभी भी जीडीपी लगातार छह तिमाही तक नहीं गिरी
भारत के इतिहास में कभी भी जीडीपी लगातार छह तिमाही तक नहीं गिरी। सातवीं तिमाही में क्या होगा, मुझे नहीं पता। पिछले आठ महीने से इनपुट मे कमी आई है और यह सरकार नकार रही है।' उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी को दो बड़ी गलतियां करार दिया। उन्होंने साफ कहा कि भाजपा नीत राजग सरकार अर्थव्यवस्था को संभालने में अक्षम और असहाय साबित हुई है।
गहलोत सरकार 17 फरवरी को पेश करेगी बजट
केंद्रीय बजट के बाद अब राजस्थान सरकार भी बजट की तैयारियों में जुट गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार के वित्त मंत्री भी हैं और इस नाते पिछले शुक्रवार और शनिवार को उन्होंने औद्योगिक और व्यापारिक संगठनों, कृषि संगठनों, युवाओं, महिलाओं, प्रोफेशनल्स और स्वयंसेवी संगठनों आदि से लंबी चर्चाएं कर बजट के लिए सुझाव मांगे। राज्य का बजट 17 फरवरी को पेश होने की संभावना है।
राजस्थान में विधानसभा का बजट सत्र शुरु हो चुका
राजस्थान में विधानसभा का बजट सत्र आहूत हो चुका है और दस फरवरी से इसकी नियमित कार्यवाही भी शुरू हो जाएगी। इसी दौरान संभवतः 17 फरवरी को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वित्त मंत्री होने के नाते राज्य का बजट पेश करेंगे। मौजूदा कार्यकाल में यह उनका दूसरा बजट होगा। बजट को लेकर सरकार की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। केंद्रीय बजट के बाद अब यह स्पष्ट हो गया है कि केंद्र से अगले वित्तीय वर्ष के लिए राज्य को कितनी राशि मिलने की संभावना है। इसके साथ ही विभिन्न योजनाओं के मद में मिलने वाली राशि की स्थिति भी स्पष्ट हो गई है। ऐसे में अब राज्य के बजट में शामिल की जाने वाली योजनाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है।