एएमयू में जिन्ना की तस्वीर पर तेज होती राजनीति को देख केंद्र ने मांगी रिपोर्ट
स्थानीय सांसद ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय प्रशासन से जिन्ना की तस्वीर को हटाने की मांग की।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। जिन्ना की तस्वीर को लेकर विवादों में बने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में लगातार तेज हो रही राजनीति और बिगड़ते माहौल को देखते हुए केंद्र सरकार ने दखल दी है। सरकार ने पूरे मामले को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। साथ ही राज्य सरकार से भी अचानक पैदा हुए इस हालात को लेकर विस्तृत ब्यौरा देने को कहा है। उल्लेखनीय है कि अलीगढ़ मुस्लिम विवि एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है। ऐसे में विवि से जुड़ी गतिविधियों पर केंद्र की भी नजर रहती है।
- सरकार ने कुलपति और राज्य सरकार से मांगा ब्यौरा
- जिन्ना की तस्वीर को लेकर विश्वविद्यालय में मचा है बवाल
सरकार ने इस विवाद में उस समय दखल दी है, जब इस विवाद की गूंज पूरे देश में पहुंच गई। कांग्रेस सहित दूसरे विपक्षी दल इसे लेकर सरकार को घेरने में जुट गए। कांग्रेस ने पिछले दिनों इस मामले में सरकार पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए तंज भी कसा था। इस बीच विश्वविद्यालय परिसर में लगातार बने इस विवाद के चलते शैक्षणिक माहौल खराब हो रहा है। पढ़ाई की जगह छात्र कक्षाओं से बाहर आकर आंदोलन में शामिल हो रहे है। इसके चलते विवि परिसर में तनाव की स्थिति बनी हुई है। इसे देखते हुए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने विश्वविद्यालय के कुलपति से पूरे मामले की जानकारी देने को कहा है।
माना जा रहा है कि इस विश्वविद्यालय की रिपोर्ट मिलने के बाद मंत्रालय कुछ बड़ा कदम भी उठा सकता है। मंत्रालय की नाखुशी इस बात को लेकर भी है कि जब विश्वविद्यालय के अंदर ऐसी स्थिति बनी तो तुरंत इसे रोकने के लिए जरूरी कदम क्यों नहीं उठाए गए? साथ ही इसकी जानकारी मंत्रालय को क्यों नहीं दी गई? मानव संसाधन विकास मंत्रालय से जुडे़ एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक राज्य सरकार से भी अचानक विश्वविद्यालय के अंदर पैदा हुए इस तनाव को लेकर जानकारी मांगी गई है।
गौरतलब है कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में यह विवाद तब पैदा हुआ, जब स्थानीय सांसद ने विश्वविद्यालय प्रशासन से जिन्ना की तस्वीर को हटाने की मांग की। जिन्ना की यह तस्वीर विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन में लगी हुई है।