केंद्र के शीर्ष स्तर पर आतंकियों के खिलाफ आपरेशन पर लगी रही निगाहें
रक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय के साथ सैन्य मुख्यालय आतंकियों के खिलाफ आपरेशन की बारीकियों पर लगातार निगाह रखे हुए हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के सुजवां सैन्य कैंप पर हमले के बाद जारी आपरेशन की केंद्र सरकार के शीर्ष स्तर पर लगातार मानिटरिंग हो रही है। रक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय के साथ सैन्य मुख्यालय आतंकियों के खिलाफ आपरेशन की बारीकियों पर लगातार निगाह रखे हुए हैं। आतंकियों के खिलाफ आपरेशन जारी रहने की वजह से ही रक्षा या गृह मंत्रालय ने इस बारे में अभी किसी तरह की जानकारी साझा करना मुनासिब नहीं मान रहा है।
सैन्य कैंप पर आतंकियों के इस बड़े हमले के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के डीजीपी से फोन पर बात कर जमीनी स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद गृह मंत्रालय की ओर से संक्षिप्त बयान में कहा गया कि घटना पर केंद्र करीब निगाह रखे हुए है। सैन्य कैंप पर हमले के बाद सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने भी इसको लेकर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से बात कर उन्हें आतंकियों के खिलाफ जारी आपरेशन से अवगत कराया।
सेना प्रमुख जम्मू-कश्मीर के डीजीपी के साथ भी फोन पर चर्चा करते रहे। इन चर्चाओं के बाद आतंकियों के खिलाफ आपरेशन में एयरफोर्स कमांडों को तत्काल उतार दिया गया। रक्षा मंत्रालय सूत्रों ने सैन्य कैंप पर हमले और आपरेशन का ब्यौरा देने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि जब तक आपरेशन खत्म नहीं हो जाता कुछ कहना उचित नहीं होगा। हालांकि रक्षा मंत्रालय ने यह जरूर कहा कि सेना, सुरक्षा एजेंसियां और जम्मू-कश्मीर पुलिस पूरे समन्वय के साथ आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई को अंजाम दे रहे हैं।