कौन होगा कांग्रेस का नया अध्यक्ष: गांधी परिवार के 'वफादार' अशोक गहलोत या पार्टी में सुधार चाहने वाले थरूर
अगले माह की 17 तारीख को कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष का चुनाव होना है। इसके लिए तीन दिनों में नामिनेशन शुरू होने वाला है। इसके लिए गांधी परिवार की ओर से अब तक किसी ने दावेदारी स्वीकार करने से मना कर दिया है।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। अगले माह कांग्रेस पार्टी के लिए नए अध्यक्ष का चुनाव किया जाना है। बीते 24 साल में पहली बार गांधी परिवार का कोई सदस्य इस पद की कमान अपने हाथ लेने को तैयार नहीं है। इस बीच दो नाम सामने आ रहे हैं जो इस पद के दावेदार हो सकते हैं। ये हैं लोकसभा सांसद शशि थरूर ओर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत। हालांकि इनके नाम की अभी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है। एक ओर जहां शशि थरूर का विवादों से भी नाता रहा है वहीं गहलोत बेदाग छवि वाले नेता हैं। इस वजह से गहलोत पद के लिए प्रबल दावेदार हो सकते हैं।
गांधी परिवार के वफादार माने जाते हैं गहलोत
कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनावी रेस में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और लोकसभा सांसद शशि थरूर के नाम सामने आ रहे हैं। दोनों नेताओं के नाम सामने आने के बाद से कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गईं थीं। हालांकि अब भी गहलोत ने इस पद के लिए राहुल गांधी को मनाने की बात कही है। गहलोत गांधी परिवार के वफादार हैं। 17 अक्टूबर को इस पद के लिए चुनाव होना है जिसके लिए तीन दिनों में नामिनेशन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। पिछले 24 सालों में यह पहली बार है जब गांधी परिवार से बाहर का कोई पार्टी की कमान संभालने वाला है।
काफी पहले से ही पार्टी में सुधारों को लेकर बोलते रहे हैं थरूर
शशि थरूर ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की चाहत का इजहार किया। इसपर सोनिया गांधी ने सहमति दी और यह भी कहा कि पूरी चुनाव प्रक्रिया में वे निष्पक्ष रहेंगी।
इसके बाद ही पद के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भी दावेदारी को लेकर संकेत मिलने लगे।
राहुल गांधी नहीं मानें तभी पद के लिए दावेदार होंगे गहलोत
कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद पर 24 सालों से गांधी परिवार के सदस्य के अलावा कोई और रहा ही नहीं। ऐसे में अशोक गहलोत एक बार फिर इस पद पर गांधी परिवार में से ही अध्यक्ष चाहते हैं। राजस्थान में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में उन्होंने स्पष्ट कहा कि पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए वे तभी चुनाव लड़ेंगे जब राहुल गांधी इस चुनाव में उम्मीदवारी नहीं पेश करेंगे।