पीएम मोदी को मिला मुस्लिम महिलाअों का साथ, अब संसद में दिखाएंगे जोर
मुस्लिम महिलाएं सालों से चली आ ही तीन तलाक प्रथा के खिलाफ खुलकर खड़ी हो गई हैं। इसी का नतीजा है कि यह मामला इस स्तर पर उठ पाया।
नई दिल्ली, जेएनएन। तीन तलाक बिल का मुद्दा एक बार फिर से गरमाने वाला है। आज बजट सत्र की शुरुआत हो रही है और सरकार की पूरी कोशिश रहेगी कि इस बिल को पास कराया जाए। इससे पहले शीत सत्र में यह बिल लोकसभा में तो पास हो गया था, मगर राज्यसभा में विपक्ष आड़े आ गया। तीन तलाक बिल में कुछ खामियों खास तौर से सजा के प्रावधान को लेकर विपक्ष ने इसे पास नहीं होने दिया। वहीं सरकार ने इसमें बदलाव करने से इंकार कर दिया। हालांकि जिनके लिए यह बिल है, वो चाहती हैं कि यह किसी भी कीमत पर पास हो जाए और इसको लेकर उनका मोदी सरकार को समर्थन भी प्राप्त है।
जी हां, बात कर रहे हैं मुस्लिम महिलाओं की, जो सालों से चली आ ही तीन तलाक प्रथा के खिलाफ खुलकर खड़ी हो गई हैं। इसी का नतीजा है कि यह मामला इस स्तर पर उठ पाया। मोदी सरकार के तीन तलाक बिल को लेकर मुस्लिम महिलाएं समर्थन में हैं।
मोदी जिंदाबाद के लगाएं नारे
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में बिल का समर्थन करते हुए सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं ने पीएम नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के जमकर नारे लगाए। इनमें दर्जनों तलाक पीड़िताएं भी शामिल थीं। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की ओर से टाउनहॉल मैदान में तीन तलाक के मुद्दे पर हुए कार्यक्रम में मुस्लिम समाज की सैकड़ों महिलाएं पहुंचीं। कार्यक्रम में पहुंचने से पूर्व शिवचौक पर इन महिलाओं ने भाजपा का झंडा व पटका पहनकर पीएम नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के जमकर नारे लगाए और तीन तलाक बिल का समर्थन किया। इसके बाद वह टाउनहॉल मैदान में पहुंचीं।
कार्यक्रम में मुस्लिम महिला नेता रूबी गजनी ने कहा कि तीन तलाक एक बुराई है। इसे खत्म करना जरूरी है। पूर्व प्रदेश सचिव डॉ. मौ. समर गजनी ने कहा कि मुस्लिम कौम को गुमराह होने की जरूरत नहीं है। भाजपा सरकार कदम-कदम पर मुसलमानों के साथ है। पहली बार उत्तर प्रदेश से 52 मुस्लिम आइएएस बने हैं। कार्यक्रम के दौरान जब नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे लगे तो कुछ मुस्लिम महिलाओं ने हाथों में लिए भाजपा के झंडे फेंकना शुरू कर दिए। इस संबंध में डॉ. समर गजनी का कहना है कि सपा के एक गुट ने कुछ मुस्लिम महिलाओं को कार्यक्रम में भेजा था। उन महिलाओं ने झंडे उठाकर खुद ही फेंके।
फोन पर दिया तीन तलाक
बागपत (यूपी)। खेकड़ा थाना क्षेत्र के रटौल में पति से झगड़ा करके मायके पहुंची पत्नी को फोन पर ही तीन बार तलाक दे दिया गया। पति ने पुलिस से शिकायत करने पर दोनों बच्चों को भी जान से मारने की धमकी दी। रटौल गांव की युवती का निकाह दो साल पूर्व मेरठ के ग्राम खिवाई निवासी फरमान से हुआ था। पीड़ित पत्नी ने दी तहरीर में बताया कि निकाह के कुछ दिन बाद ही पति आए दिन मारपीट करने लगा। उसके दो बच्चे हैं। 18 जनवरी को पति ने मारपीट कर उसे दोनों बच्चों के साथ घर से निकाल दिया था। वह मायके पहुंची। 24 जनवरी को फोन पर ही पति ने तीन बार तलाक कह दिया। पीड़िता ने एसपी जयप्रकाश से मिलकर आरोपी पर कार्रवाई कार्रवाई व बच्चों की सुरक्षा की गुहार लगाई है।