जिन्हें भगा रहे थे राज ठाकरे.. अब घर के सामने बैठेंगे वही फेरीवाले
मनसे की तरफ से सवाल किया जा रहा है कि शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री के बाहर हॉकर्स जोन क्यों नहीं बनाया गया?
ओमप्रकाश तिवारी, मुंबई। शिवसेना का वश चला तो वही फेरवाली ठीक राज ठाकरे के घर के सामने बैठे नजर आएंगे, जिन्हें पूरी मुंबई से भगाने के लिए राज की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना जानी जाती है। मुंबई महानगरपालिका सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर इन दिनों फेरीवालों के व्यवस्थित पुनर्वास के लिए स्थान निर्धारण कर रही है। ताकि ये फेरीवाले इधर-उधर बैठकर आवागमन में बाधक न बने तथा शहर की खुबसूरती खराब न करें।
महानगर के अलग-अलग क्षेत्रों, गलियों, मुहल्लों में 85,811 पिच (स्थान) निर्धारित किए गए हैं। इनमें 10 फेरीवालों के बैठने का स्थान शिवाजी पार्क के निकट राज ठाकरे के घर कृष्णाकुंज के ठीक सामने यानी एम.बी.राऊत मार्ग पर निर्धारित कर दिया गया है। यही नहीं, उनकी पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के दादर स्थित मुख्यालय यानी पद्माबाई ठक्कर मार्ग पर भी 100 फेरीवालों के बैठने की जगह निर्धारित की गई है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना इसे शिवसेना द्वारा राज ठाकरे को चिढ़ाने के लिए की गई कार्यवाही करार दे रही है। मनसे नेताओं का कहना है कि इससे राज ठाकरे के घर के आसपास गंदगी तो बढ़ेगी ही, उनकी सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा हो सकता है। मनसे की तरफ से सवाल किया जा रहा है कि शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री के बाहर हॉकर्स जोन क्यों नहीं बनाया गया? हालांकि इसका जवाब देते हुए मनपा अधिकारियों का कहना है कि हॉकर्स जोन निर्धारित करते समय कोई पक्षपात नहीं किया गया है। यहां तक की दादर में ही स्थित शिवसेना भवन के बाहर करीब 500 एवं भाजपा कार्यालय के बाहर करीब 310 फेरीवालों को जगह दी जा रही है।
बता दें कि मनसे अक्सर मुंबई के फेरीवालों के विरुद्ध अभियान चलाती रही है।
पिछले दिनों एलफिंस्टन रोड रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में कुछ लोगों के मारे जाने के बाद भी मनसे द्वारा मुंबई और ठाणे के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर हॉकर्स के विरुद्ध अभियान चलाकर उन्हें मारा-पीटा गया था। इसी क्रम में मालाड में हॉकर्स एवं मनसे कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट भी हुई थी। मनसे कार्यकर्ताओं ने हॉकर्स को भड़काने का आरोप मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम पर लगाते हुए उनके कार्यालय में भी तोड़फोड़ की थी।
मुंबई में जब-जब मनसे या शिवसेना की तरफ से हॉकर्स को परेशान किया गया है, तब सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार हॉकर्स जोन बनाकर उनका पुनर्वास करने की मांग उठती रही है। मुंबई महानगरपालिका में सत्ता शिवसेना की है। इसलिए यह जिम्मेदारी शिवसेना की ही है। यही कारण है कि अब राज ठाकरे के घर के आसपास हॉकर्स जोन बनाए जाने के कारण मनसे का सीधा टकराव शिवसेना से होता दिखाई दे रहा है।
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