विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति को धार देने में जुटी भाजपा
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जैसे भाजपा शासित राज्य बहुत अहम हैं। इन राज्यों से बड़ी संख्या में सांसद जीतकर आए थे।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चार राज्यों के विधानसभा और 2019 लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने रणनीति को धार देना शुरू कर दिया है। मंगलवार की शाम पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर विभिन्न मुद्दों की दिशा तय की। पूरा जोर कल्याणकारी योजनाओं पर होगा। वहीं राफेल व महंगाई जैसे मुद्दों पर आंकड़ों के साथ जनता के सामने विपक्ष को जवाब दिया जाएगा।
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जैसे भाजपा शासित राज्य बहुत अहम हैं। इन राज्यों से बड़ी संख्या में सांसद जीतकर आए थे। बताते हैं कि शाह के साथ-साथ केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, रेल मंत्री पीयूष गोयल, शिक्षा मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, महामंत्री भूपेंद्र यादव, अरुण सिंह और मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी व संजय मयूख बैठक में मौजूद थे।
बहुत बड़ी चर्चा तो नहीं हुई, लेकिन इसकी तैयारी जरूर हो गई कि भाजपा विपक्ष के आरोपों को तथ्यों के साथ काटेगी और चाहे नक्सल आंदोलन हो या दलित आंदोलन, यह समझाएगी कि कुछ राजनीतिक दल इसे समर्थन दे रहे हैं।
बैठक में इसकी रणनीति पर भी चर्चा हुई कि कल्याणकारी योजनाओं के महत्व को जमीन तक पहुंचाने में शीर्ष के नेता भी जुटें। कार्यकर्ताओं से संवाद लगातार बनाए रखें। इसी सप्ताह भाजपा कार्यकारिणी की भी बैठक है। बताते हैं कि बैठक के एजेंडे पर भी थोड़ी चर्चा हुई।