Move to Jagran APP

16 मार्च को फ्लोर टेस्‍ट की मांग कर रही भाजपा, लेकिन दिग्‍विजय सिंह ने कहा- 'संभव नहीं'

मध्य प्रदेश विधानसभा में बहुमत साबित करने को लेकर भाजपा ने 16 मार्च को राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष से फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की है।

By Monika MinalEdited By: Published: Thu, 12 Mar 2020 03:15 PM (IST)Updated: Thu, 12 Mar 2020 03:15 PM (IST)
16 मार्च को फ्लोर टेस्‍ट की मांग कर रही भाजपा, लेकिन दिग्‍विजय सिंह ने कहा- 'संभव नहीं'
16 मार्च को फ्लोर टेस्‍ट की मांग कर रही भाजपा, लेकिन दिग्‍विजय सिंह ने कहा- 'संभव नहीं'

भोपाल, प्रेट्र। मध्‍य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 16 मार्च को भाजपा (BJP) ने बहुमत साबित करने को लेकर राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष से फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की। वहीं, मध्य प्रदेश में बने राजनीतिक हालात को देखते हुए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, '19 कांग्रेस के विधायक भाजपा के कब्जे में है। फ्लोर टेस्ट नहीं हो सकता, क्योंकि 19 विधायकों द्वारा प्रस्तुत इस्तीफे स्वीकार नहीं किए गए हैं। उन्हें शारीरिक रूप से अध्यक्ष के सामने आना चाहिए।'  उन्‍होंने आगे कहा, 'कांग्रेस के विधायकों को भारतीय जनता पार्टी ने कर्नाटक पुलिस के द्वारा बंधक बनाया हुआ है। हमारे मंत्रियों जीतू पटवारी और लाखन सिंह के साथ बदतमीजी की जा रही है।'

loksabha election banner

बता दें कि पिछले दिनों कांग्रेस के 22 विधायकों ने अपना इस्तीफा दे दिया है। 10 मार्च को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस का दामन छोड़ा और 11 मार्च को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी का हाथ थाम लिया।

मध्य प्रदेश भाजपा के व्हिप चीफ नरोत्तम मिश्रा (BJP's chief whip in the Madhya Pradesh Assembly Narottam Mishra) ने कहा कि चूंकि मौजूदा सरकार अल्पमत में है इसलिए हमने राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष से फ्लोर टेस्ट कराने का आग्रह किया। 16 मार्च को राज्य का बजट सत्र शुरू होने जा रहा है। वहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि यह सरकार बहुमत खो चुकी है।

22 विधायकों के इस्तीफा देने के बाद अब मध्य प्रदेश विधानसभा में 228 से घटकर 206 विधायक ही रह गए हैं। कांग्रेस के 114 से घटकर 92 विधायक और भाजपा के 107 विधायक हैं। सरकार बनाने के लिए अब 104 विधायकों के साथ बहुमत साबित करना होगा। 14 महीने पुरानी कमलनाथ के नेतृत्‍व वाली सरकार गहरे संकट का सामना कर रही है। राज्‍यपाल और स्‍पीकर के पास 22 विधायकों का इस्‍तीफा है। अब इस संबंध में उन्‍हें ही निर्णय लेना है। यदि इन 22 विधायकों का इस्‍तीफा मंजूर कर लिया जाता है तब विधानसभा में 206 विधायक रहेंगे।

राज्‍य में दोनों ही पार्टियां की ओर से विधायकों को मनाने का प्रयास किया जा रहा है। बेंगलुरु में कांग्रेस इसके लिए प्रयास कर रही है वहीं, भाजपा ने अपने विधायकों को दिल्ली से सटे गुरुग्राम के आईटीसी ग्रांड भारत होटल में ठहराया है ।

यह भी पढ़ें: Parliament Budget Session LIVE: स्‍क्रीनिंग में लापरवाही की संभावना नहीं: स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.