'बाहरी' वाले बयान पर फंसे एमपी के सीएम, भाजपा ने कहा- कमलनाथ भी बाहर के
भाजपा ने कहा कि कमलनाथ खुद यूपी में जन्मे, पढ़ाई लिखाई पश्चिम बंगाल में हुई और कारोबार पूरे देश मे फैला हुआ है, तो क्या वह बाहरी नहीं ठहराए जा सकते हैं।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनते ही बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों को 'बाहरी' ठहराने को लेकर घिरे कमलनाथ को भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने उनके मूल की याद दिला दी है। उनके बयान को असंवेदनशील ठहराते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि कमलनाथ खुद उत्तर प्रदेश में जन्मे, पढ़ाई-लिखाई पश्चिम बंगाल में हुई और कारोबार पूरे देश मे फैला हुआ है तो क्या वह बाहरी नहीं ठहराए जा सकते हैं। भाजपा ने इसे विभाजनकारी करार देते हुए उनसे सार्वजनिक माफी की मांग की। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कमलनाथ के बयान से यह कह कर पीछा छुड़ा लिया कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।
गौरतलब है कि शपथ लेने के बाद कमलनाथ ने कहा था कि प्रदेश के लोगों को पूरा रोजगार नहीं मिल पा रहा है क्योंकि बाहरी बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों ने बड़ी संख्या में रोजगार पाते हैं। उन्होने ऐसे उद्योगों के लिए प्रोत्साहन की बात की थी जो 70 फीसद रोजगार केवल प्रदेश के लोगों को देंगे। विजयवर्गीय समेत केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, गिरिराज सिंह व कई अन्य ने इसकी आलोचना की।
तोमर ने कहा कि कमलनाथ मुख्यमंत्री तो बन गए हैं लेकिन उन्हें योजनाओं की जानकारी नहीं है। स्थानीय जनता को प्रमुखता देने के लिए पहले से प्रावधान लागू हैं। गिरिराज ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से भी माफी मांगने को कहा। उन्होंने कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश के लोग देश में जहां कहीं भी हैं वहां विकास में हाथ बंटा रहे हैं। उनका अपमान करने का हक किसी को नहीं है।
हालांकि गलती भांपते हुए खुद कमलनाथ और कांग्रेस ने चुप्पी साध ली है। गौरतलब है कि ऐसा ही बयान एक बार दिल्ली की तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने दिया था और उसका देशव्यापी असर दिखा था।