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भाजपा बोली, शीर्ष पार्टी नेताओं को बदनाम करने की साजिश ध्वस्त

राजनाथ सिंह और रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राजनीतिक जंग में पस्त हो चुकी कांग्रेस राजनीतिक लड़ाई को कोर्ट के रास्ते से लड़ना चाहती है।

By Manish NegiEdited By: Published: Thu, 19 Apr 2018 08:43 PM (IST)Updated: Fri, 20 Apr 2018 06:41 AM (IST)
भाजपा बोली, शीर्ष पार्टी नेताओं को बदनाम करने की साजिश ध्वस्त
भाजपा बोली, शीर्ष पार्टी नेताओं को बदनाम करने की साजिश ध्वस्त

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। सीबीआई जज लोया की मौत के विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सच्चाई की जीत करार देते हुए भाजपा ने कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि राजनीतिक जंग में पस्त हो चुकी कांग्रेस राजनीतिक लड़ाई को कोर्ट के रास्ते से लड़ना चाहती है। पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोर्ट के जरिए घेरने की कोशिश की। फिर अमित शाह को अनुचित तरीके से बदनाम करने की कोशिश हो रही है। लेकिन वह हर मोर्चे पर विफल हो रही है। केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी समेत भाजपा के कई नेताओं ने मांग की कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी इसके लिए माफी मांगे।

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गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने ही याचिका को प्रेरित बताया था। भाजपा ने इसे हथियार बनाते हुए हमला किया और कहा कि कांग्रेस याचिकाकर्ता न होने की बात भले ही कर रही है लेकिन इसके पीछे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का ही हाथ था। रविशंकर ने कहा कि यह केस जनहित मे नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी को लाभ पहुंचाने के लिए था। भाजपा के एक अन्य प्रवक्ता संबित पात्रा ने पीआइएल को 'पालिटिकल इंटरेस्ट लिटिगेशन' करार दिया। रविशंकर प्रसाद ने इस मौके पर अदालत द्वारा कही गई उस बात को एक बार फिर दोहराया जिसमें कोर्ट ने कहा है कि राजनीतिक लडाइयों को राजनीति के मैदान में ही लड़ा जाए।

रविशंकर ने कहा कि हमारे नेता अब तक इस मामले में इसलिए नहीं बोल रहे थे क्योंकि यह मामला कोर्ट में था। राहुल गांधी इस दौरान राष्ट्रपति से मिलने भी गए और कई तरह के आरोप लगाए। लेकिन हम इस मामले में फैसले का इंतजार कर रहे थे। कांग्रेस न्यायपालिका को सड़क पर लेकर आई। राहुल गांधी को इन सब बातों के लिए माफी मांगनी चाहिए। रविशंकर ने यह भी संदेश दिया कि याचिकाकर्ता मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के संपर्क में थे। गौरतलब है कि एक याचिकाकर्ता प्रशांत भूषण का नाम उस मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ उस कथित महाभियोग की ड्राफ्टिंग में भी आया था जिसे कांग्रेस नेताओं की देखरेख में तैयार किया जा रहा था। हालांकि कांग्रेस अभी भी खुलकर महाभियोग पर बोलने से बच रही है लेकिन खुल कर इससे इनकार भी नहीं किया जा रहा है।

इस मामले पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी इशारे इशारे में कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा है कि भाजपा के बड़े नेता की छवि बिगाड़ने की कोशिश पूरी तरह से नाकाम हो गई है। अब यह साफ हो गया है कि न्यायपालिका राजनीतिक लडाई का अखाड़ा नहीं बन सकती है।


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