भाजपा को भारत-चीन सीमा मुद्दे पर बात करनी चाहिए : कांग्रेस
पवन खेड़ा ने सीमा संबंधी मुद्दों को लेकर भाजपा पर चुप्पी साधने का लगाया आरोप। सत्तारूढ़ पार्टी को छद्म राष्ट्रवादी करार दिया। उन्होंने भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के ऊपर हमला बोला।
नई दिल्ली, प्रेट्र। चीन के साथ सीमा संबंधी मुद्दों को लेकर भाजपा पर चुप्पी साधने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने रविवार को सत्तारूढ़ पार्टी को 'छद्म राष्ट्रवादी' करार दिया। इसने पूछा कि क्या भाजपा 'हमारी सीमाओं पर खतरे' तथा पड़ोस में चीन के बढ़ते प्रभाव के बारे में सच बोलेगी?कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने चुंबी घाटी में चीन के सक्रिय होने और ढांचागत निर्माण करने की एक खबर का उल्लेख किया, जिससे पूर्वोत्तर राज्यों को शेष देश से जोड़ने वाले सिलीगुड़ी कारिडोर को गंभीर खतरा होने का दावा किया गया है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने संवाददाताओं से कहा, आज हम छद्म राष्ट्रवादियों की इस पार्टी की तथाकथित राष्ट्रीय कार्यकारिणी से मांग करते हैं कि वह चीन पर कुछ बोले। वह देश को समय-सीमा बताए, जिसमें चीन को हमारे क्षेत्र से पीछे हटाया जा सकेगा। आप हमारे पड़ोस में चीन के प्रभाव को कम करने के लिए क्या कर रहे हैं?खेड़ा ने कहा कि अफगानिस्तान के घटनाक्रम केवल पाकिस्तान और चीन की मदद कर रहे हैं। वहीं भारत अपने पड़ोस में किसी भी घटना की कीमत चुकाता है। उन्होंने कहा, लेकिन, हम इस सरकार से एक भी शब्द नहीं सुनते।उन्होंने यहां भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, यह छद्म राष्ट्रवादियों से पूछने का अवसर है कि क्या वे अपना मुंह खोलेंगे और हमारी सभी सीमाओं पर चीन से बढ़ते खतरे पर कुछ कहेंगे।
बता दें कि चीन और भारत के बीच राजनयिकों और सैन्य अधिकारियों के मध्य हुई वार्ता के बावजूद एलएसी पर 18 महीने से गतिरोध की स्थिति बनी हुई है। इस दौरान चीन एलएसी पर अपनी स्थिति भी मजबूत करता जा रहा है। इससे नहीं लगता कि विवाद को खत्म करने में उसकी रुचि है। भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण से पैदा हुए मुश्किल हालात के बीच चीन के सैनिक मई 2020 में भारतीय इलाके में घुसपैठ कर गए थे।