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राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने पर अड़े दलों पर बरसी भाजपा, कहा- विपक्ष में इतना दम नहीं कि...

भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्‍ता गौरव भाटिया (Gaurav Bhatia) ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के बहिष्कार का एलान करने वाले विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए उन्हें संवैधानिक और नैतिक रूप से कंगाल बताया है। जानें उन्‍होंने क्‍या कहा है...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 28 Jan 2021 11:06 PM (IST)Updated: Thu, 28 Jan 2021 11:12 PM (IST)
राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने पर अड़े दलों पर बरसी भाजपा, कहा- विपक्ष में इतना दम नहीं कि...
भाजपा ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के बहिष्कार का एलान करने वाले विपक्षी दलों को नैतिक रूप से कंगाल बताया है।

नई दिल्ली, पीटीआइ। भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण (President address) के बहिष्कार का एलान करने वाले विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए उन्हें संवैधानिक और नैतिक रूप से कंगाल बताया है। एक संवाददाता सम्मेलन में गौरव भाटिया (Gaurav Bhatia) ने कहा कि विपक्षी दल पहले तो संसद सत्र बुलाए जाने की मांग कर रहे थे। अब जब सत्र आयोजित होने जा रहा है तो बहिष्कार की बात कह रहे हैं।

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उन्होंने (Gaurav Bhatia) कहा कि संसद के पिछले सत्र में जब ये तीनों कृषि कानून सदन में पारित हुए थे तो सभी दलों ने अपने विचार रखे थे। अब बहिष्कार की बात कर वे खुद को संवैधानिक और नैतिक रूप से कंगाल साबित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिवसेना और अकाली दल जैसी पार्टियों ने पहले कृषि कानूनों का समर्थन किया लेकिन बाद में अपने रुख से पलट गए।

भाजपा प्रवक्ता (Gaurav Bhatia) ने गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा के लिए निंदा न करने पर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी जैसे दलों की आलोचना भी की। उन्होंने कहा कि कुछ दलों ने हिंसा की निंदा जरूर की लेकिन इसके लिए सरकार द्वारा किसानों की बात न सुनने को कारण बताया। जबकि सरकार ने हमेशा नरमी दिखाते हुए खुले मन से किसानों से बात की। उन्होंने हिंसा के दौरान दिल्ली पुलिस द्वारा दिखाए गए संयम की सराहना की।

मालूम हो कि कांग्रेस समेत 18 दलों ने शुक्रवार से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति के अभिभाषण के बहिष्कार का एलान किया है। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि विपक्षी दल यदि यह सोचते हैं कि उनके दबाव में कृषि कानूनों पर सरकार झुक जाएगी तो उन्हें याद रखना चाहिए कि उनमें इतना दम नहीं है। यह सरकार सिर्फ देश की जनता के सामने झुक सकती है। 


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