सेना तख्तापलट मामले पर भाजपा ने कांग्रेस को घेरा, कहा- UPA-2 के चार मंत्री थे झूठी खबर के साजिशकर्ता
2012 Army Coup, भाजपा ने कांग्रेस पर अपने कार्यकाल (UPA-2) के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने और भारत की सेना के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। साल 2012 में यूपीए-2 के कार्यकाल के दौरान सैन्य तख्तापलट की खबरों को लेकर भाजपा ने एक रिपोर्ट का हवाला देकर कांग्रेस को निशाने पर लिया है। भाजपा ने कांग्रेस पर अपने कार्यकाल (UPA-2) के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने और भारत की सेना के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है। राजधानी दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा ने कहा कि 2012 में सेना के खिलाफ तख्तापलट की गलत खबर छपवाकर उसे बदनाम किया गया।
भाजपा ने राहुल से मांगा जवाब
इसको लेकर भाजपा ने कहा कि इस पूरी साजिश में मनमोहन सरकार के चार मंत्री शामिल थे। इस मामले को लेकर भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से जवाब मांगा है। साथ ही संसदीय कमेटी से इस पूरे मामले की जांच की मांग की है। भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने अपने कार्यकाल के दौरान न केवल भ्रष्टाचार किया बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ भी खिलवाड़ किया। साथ ही सेना के खिलाफ की साजिश रची गई थी। बता दें कि जनवरी 2012 में एक अखबार में सेना द्वारा कथित तख्तापलट की खबर प्रकाशित हुई थी, इस खबर ने देशभर में बवाल मचा दिया था।
मनमोहन सरकार के चार मंत्रियों पर लगाया साजिश का आरोप
इस मामले को लेकर पार्टी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा ने कहा कि यूपीए के कार्यकाल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भारतीय सेना के खिलाफ खबरें प्लांट कराईं थीं। उन्होंने इसके लिए मनमोहन सरकार के चार मंत्रियों को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि इन्होंने देश की सेना के खिलाफ गलत खबरें छपवाने की साजिश रची थी। झूठी खबर छपवाकर सेना का अपमान किया गया। यह देश के साथ गद्दारी थी। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आइबी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बताया कि तख्तापलट की कोई कोशिश नहीं की गई है, यह कोरी कल्पना है।
भाजपा ने पूछे चार सवाल
- तख्तापलट की गलत खबर प्रकाशित करवाने के पीछे का मकसद क्या था?
- इस तरह की अफवाह फैलाने वाला कौन था, कौन-कौन मंत्री इसमें शामिल थे?
- इस तरह की खबरों के पीछे गांधी परिवार खासतौर पर राहुल गांधी का हाथ तो नहीं था?
- क्या भारतीय सेना को बदनाम करने के लिए ISI या पाकिस्तानी सेना ने तो ऐसा नहीं किया?
संसद की वेबसाइट पर जाइए, मिल जाएगा मेरा उत्तर: एंटनी
वहीं, भाजपा के आरोपों पर पूर्व रक्षा मंत्री और कांग्रेस नेता एके एंटनी ने कहा कि उस वक्त बतौर रक्षामंत्री राज्यसभा और लोकसभा में मुझसे बहुत सारे सवाल पूछे गए थे। मैंने हर सवाल का विस्तृत जवाब दिया था। कृपया संसद की वेबसाइट पर जाएं, आपको वहां उत्तर मिल जाएगा, जो मैंने दिया था।
2012 में क्या हुआ था
बता दें कि जनरल वीके सिंह मार्च 2010 से मई 2012 तक भारतीय सेना के प्रमुख थे। वीके सिंह पर ही मनमोहन सिंह सरकार के खिलाफ तख्तापलट करने की कोशिश का आरोप लगा था। 'द संडे गार्डियन' की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2012 में सेना के कथित तख्तापलट की खबरों पर तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह ने आइबी के अधिकारियों को बुलाकर इस खबर की जानकारी मांगी थी। आइबी ने मनमोहन सिंह को बताया था कि ऐसा कोई भी प्रयास नहीं किया गया है।