भीमा कोरेगांव केसः जस्टिस बीआर गवई ने नवलखा की याचिका पर सुनवाई से खुद को अलग किया
ऐक्टिविस्ट गौतम नवलखा के केस से सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बीआर गवई ने खुद को अलग कर लिया।
नई दिल्ली, एएनआइ। ऐक्टिविस्ट गौतम नवलखा के केस से सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बीआर गवई ने खुद को अलग कर लिया। नवलखा ने खुद पर दर्ज हुई FIR को रद करने लिए याचिका दायर की थी। जहां अब पहले गवई ने याचिका पर सुनवाई से खुद अलग कर लिया। वहीं, अब जस्टिस एनवी रमण की अगुवाई वाली बेंच ने बताया कि मामले को 3 अक्टूबर को दूसरी बेंच के सामने पेश किया जाएगा।
बता दें कि इससे पहले भारत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई द्वारा गौतम नवलखा द्वारा भीमा कोरेगांव मामले में उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने के लिए दायर याचिका पर सुनवाई से खुद को अलग कर लिया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ गौतम नवलखा की इस याचिका में महाराष्ट्र सरकार ने कैविएट दाखिल कर रखी है ताकि उसका पक्ष सुने बगैर कोई आदेश पारित नहीं किया जाए। बता दें कि हाई कोर्ट ने 2017 में भीमा-कोरेगांव हिंसा और माओविदयों से कथित संबंधों के मामले में दर्ज प्राथमिकी निरस्त करने से 13 सितंबर को इनकार कर दिया था। हाई कोर्ट का कहना था कि इस मामले में मिली ठोस सामग्री इसे गंभीर बनाती है। हाई कोर्ट ने कहा था कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए इसमें गहराई से जांच की जरूरत है।