Mamata Vs CBI: ममता पर बरसी भाजपा, कहा- संवैधानिक मूल्यों और लोकतंत्र का उड़ाया मजाक
Mamata Vs CBI:ममता बनर्जी पर बरसी भाजपा, कहा- पुलिस द्वारा सीबीआइ को कार्रवाई से रोकना संविधान पर सीधा हमला। आरोप लगाया कि ममता ने बनाया संवैधानिक मूल्यों और लोकतंत्र का मजाक।
नई दिल्ली, प्रेट्र। सारधा चिटफंड घोटाले मामले में सीबीआइ को कोलकाता पुलिस प्रमुख से पूछताछ करने से रोकने पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। पार्टी ने रविवार को इसकी कड़ी निंदा करते हुए पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की अगुआई वाली सरकार पर सुशासन, लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों का मजाक बनाने का आरोप लगाया है। पार्टी ने कहा कि राज्य सरकार की कार्रवाई संविधान पर सीधा हमला और यह मुख्यमंत्री की तानाशाही को दर्शाता है।
पार्टी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा, 'कोलकाता का घटनाक्रम और सीबीआइ जांच का विरोध विचित्र, अभूतपूर्व और बनर्जी के तानाशाही रवैये को दर्शाता है।' उन्होंने कहा कि सीबीआइ सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चिटफंड घोटाले की जांच कर रही है। इस जांच में कोलकाता पुलिस द्वारा बाधा डालना शीर्ष अदालत की अवज्ञा और अनादर करना है। राव ने कहा कि राज्य सरकार लंबे समय से अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक कार्यों में लिप्त है और रविवार का घटनाक्रम संवैधानिक मूल्यों पर अभूतपूर्व हमला है।
भ्रष्टाचारी एक साथ खड़े : जावड़ेकर
उधर, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ममता बनर्जी के समर्थन में उतरे विपक्षी दलों को भी घेरा। जावड़केर ने कहा, 'विपक्षी दलों ने ममता बनर्जी का समर्थन किया है। ये लोग कौन हैं? वे जमानत पर बाहर हैं। ऐसे लोग साथ खड़े हैं। यह महागठबंधन नहीं है, वे दृष्टि से विभाजित हैं और भ्रष्टाचार से एकजुट हैं। भ्रष्टाचारी एक साथ खड़े हैं।'
कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त: BJP
एक अन्य पार्टी प्रवक्ता नलिन कोहली ने राज्य में स्थिति को अभूतपूर्व बताते हुए कहा कि रविवार की घटना बताती है कि राज्य में कानून और व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। इससे पहले कभी भी सीबीआइ जैसी प्रमुख जांच एजेंसी को अपना काम करने से नहीं रोका गया, जो कोर्ट के निर्देश के तहत काम कर रही है।
योगी का हेलिकॉप्टर नहीं उतरने देना, अलोकतांत्रिक और फासीवादी कदम
रैली के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलिकॉप्टर उतरने की अनुमति देने से इन्कार करने पर भाजपा ने ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा है। साथ ही, उनके इस कदम को अलोकतांत्रिक और फासीवादी बताया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह ममता जी और तृणमूल के अलोकतांत्रिक रिकॉर्ड का अफसोसजनक और निंदनीय सच है। यह अलोकतांत्रिक और फासीवादी व्यवहार का एक चकाचौंध करने वाला मामला है। कानून मंत्री ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग जाने की बात भी कही है।