अयोध्या मामला सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में दूसरी सबसे लंबी सुनवाई, जानिए नंबर वन केस के बारे में
अयोध्या विवाद की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में 41 दिन तक सुनवाई चली। 68 दिनों की सुनवाई के साथ केशवानंद भारती मामला पहले पायदान पर बना हुआ है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। अयोध्या विवाद की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के इतिहास की दूसरी सबसे लंबी सुनवाई है। इस मामले में 41 दिन तक सुनवाई चली। केशवानंद भारती बनाम केरल सरकार मामले की सुनवाई सबसे लंबी चली।
68 दिनों की सुनवाई के साथ केशवानंद भारती मामला पहले पायदान पर बना हुआ है। 1973 में केशवानंद भारती बनाम केरल राज्य के मामले में सुप्रीम कोर्ट की 13 न्यायाधीशों की पीठ ने अपने संवैधानिक रुख में संशोधन करते हुए कहा था कि संविधान संशोधन के अधिकार पर एकमात्र प्रतिबंध यह है कि इसके माध्यम से संविधान के मूल ढांचे को क्षति नहीं पहुंचनी चाहिए। इस मामले में तर्क-वितर्क 31 अक्टूबर, 1972 को शुरू होकर 23 मार्च, 1973 को खत्म हुए थे।
आधार की संवैधानिकता को चुनौती देने वाली याचिका की सुनवाई 38 दिनों तक चली थी। यह मामला सबसे लंबी सुनवाई के मामले में तीसरे स्थान पर है। आधार की संवैधानिकता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर शीर्ष कोर्ट में तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अगुआई वाली पीठ ने सुनवाई की थी। इस पीठ में जस्टिस एके सीकरी, जस्टिस एएम खानविलकर, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस अशोक भूषण शामिल थे।