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अरुण जेटली ने बताया, क्यों छिपाई राफेल सौदे की कीमत

आम बजट 2018-19 पर लोकसभा में चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री ने राफेल सौदे पर कांग्रेस के आरोपों का करारा जवाब दिया।

By Manish NegiEdited By: Published: Thu, 08 Feb 2018 08:58 PM (IST)Updated: Fri, 09 Feb 2018 07:19 AM (IST)
अरुण जेटली ने बताया, क्यों छिपाई राफेल सौदे की कीमत
अरुण जेटली ने बताया, क्यों छिपाई राफेल सौदे की कीमत

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। राफेल सौदे पर उंगली उठा रही कांग्रेस को करारा जवाब देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विपक्षी पार्टी पर देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। जेटली ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार साल तक स्वच्छ सरकार चलायी है और कांग्रेस के पास आरोप लगाने के लिए कुछ नहीं है इसलिए वे भ्रष्टाचार के झूठे आरोप गढ़ रहे हैं। जेटली ने मोदी सरकार के कार्यकाल में देश की आर्थिक स्थिति बेहतर होने का दावा करते हुए कहा कि बीते तीन साल में भारत लगातार सर्वाधिक तेज विकास दर वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है।

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आम बजट 2018-19 पर लोकसभा में चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री ने राफेल सौदे पर कांग्रेस के आरोपों का करारा जवाब दिया। जेटली ने कहा कि गोपनीयता रक्षा सौदे का अहम अंग होती है। जो जानकारी सार्वजनिक नहीं होनी चाहिए, ऐसी जानकारी मांग कर कांग्रेस पार्टी राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही है। वे ऐसी जानकारी मांग रहे हैं जो दुश्मन को पता नहीं चलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रक्षा सौदे की कीमतों की खुलासा होने पर उसमें सम्मिलित हथियारों की मारक क्षमता का आकलन भी किया जा सकता है।

जेटली ने कहा कि विगत जब यूपीए सरकार से रक्षा सौदों की कीमत के बारे में जानकारी मांग गयी तो तत्कालीन रक्षा मंत्रियों प्रणब मुखर्जी और ए के एंटनी ने इसकी जानकारी देने से इंकार कर दिया। जेटली ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को प्रणव मुखर्जी के पास जाकर इस संबंध में सीख लेनी चाहिए। जेटली के इस बयान पर कांग्रेस के सदस्यों ने सदन में नाराजगी भी प्रकट की। उन्होंने कार्यवाही में से कांग्रेस अध्यक्ष का नाम निकालने और उन्हें बोलने का मौका देने की मांग भी की।

अर्थव्यवस्था की स्थिति का जिक्र करते हुए जेटली ने कहा कि यूपीए सरकार के शासनकाल में कभी किसी ने यह नहीं कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेज वृद्धि दर वाली अर्थव्यवस्था है लेकिन अब ऐसा हो रहा है। एनडीए के शुरुआती तीन वर्षो में भारतीय अर्थव्यवस्था ने सबसे तेज वृद्धि दर्ज की है। हालांकि चालू वित्त वर्ष में जीएसटी लागू होने के कारण एक तिमाही में विकास दर नीचे आई लेकिन अब अर्थव्यवस्था इसके प्रभाव से निकलकर पुन: तेज विकास दर हासिल करने को तैयार है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भारत के विश्व की सबसे तेज वृद्धि दर वाली अर्थव्यवस्था बनने का अनुमान व्यक्त किया है।

जेटली ने कहा कि उन्होंने पूर्व के आम बजटों में मध्यम वर्ग को कर राहत दी है। इस बार उन्होंने वेतनभोगी वर्ग और वरिष्ठ नागरिकों को राहत दी है। उन्होंने शेयरों पर लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगाने के प्रस्ताव को सही ठहराया। जेटली ने कहा कि मोदी सरकार के सुधारों के चलते ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में भारत 142 से 100वें नंबर पर पहुंच गया है। देश अब इस रैंकिंग में शीर्ष 50 देशों में शामिल होने की कोशिश कर रहा है।


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