Arun Jaitley: 'एक राष्ट्र, एक टैक्स' का सपना सच करने वाले वित्त मंत्री, जब रात में चली संसद
Arun Jaitley Passes Away केंद्र सरकार में वित्त मंत्री रहते हुए अरुण जेटली ने एक देश एक टैक्स की परिकल्पना को साकार कर पूरे देश में जीएसटी को एकसाथ लागू किया था।
नई दिल्ली, जेएनएन। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन से देश में शोक की लहर है। क्या राजनेता और क्या अभिनेता हर कोई जेटली को श्रद्धांजलि दे रहा है और अलग-अलग तरीके से उन्हें याद कर रहा है। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में जेटली वित्त मंत्री थे। उनका 5 साल का कार्यकाल देश में सबसे बड़े कर सुधार(जीएसटी) के लिए याद किया जाएगा।
देश की आजादी के बाद यह कदम दूरगामी होने के साथ ही ऐतिहासिक भी था। देश के जानकार जीएसटी(GST) को 1991 में अर्थव्यस्था के उदारीकरण के फैसले के बाद सबसे बड़ा फैसला मानते हैं।जीएसटी(गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स) यानि एक राष्ट्र, एक टैक्स इसे देश में लागू करने पर फैसला आसान नहीं था।
मोदी सरकार से पहले की सरकारों में सिर्फ इसपर चर्चा हुई थी लेकिन इसपर फैसला लेने की हिम्मत सिर्फतब के वित्त मंत्री रहे अरुण जेटली ने दिखाई। शुरुआती दौर में आलोचना झेलने वाली जीएसटी की गाड़ी पटरी पर वापस से दौड़ने लगी तो इसका श्रेय जेटली को जाता है।
1 जुलाई 2017 को रात में संसद का विशेष सत्र बुलाया गया। सरकार ने 17 टैक्सों को खत्म कर देश में एक कॉमन टैक्स लागू किया।
इस नई टैक्स व्यवस्था में सभी चीजों के लिए अब अलग-अलग टैक्स नहीं चुकाना पड़ता है बल्कि पूरे देश में एक टैक्स सिस्टम लागू कर दिया गया है।