एंटीगुआ ने दिया मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण का भरोसा, सुषमा ने की ग्रीने के साथ वार्ता
सीबीआइ का कहना है कि मेहुल चोकसी का प्रत्यर्पण के लिए रेड कार्नर नोटिस की जरूरत नहीं है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। एंटीगुआ के विदेश मंत्री चेट ग्रीने के साथ भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की मुलाकात के बाद पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण की उम्मीदें बढ़ गई हैं। न्यूयार्क में मुलाकात के दौरान एंटीगुआ के विदेश मंत्री ने चोकसी के प्रत्यर्पण में सहयोग का भरोसा दिया। ग्रीने के अनुसार एंटीगुआ सरकार अपने कानूनी और अदालती प्रक्रिया के तहत चोकसी प्रत्यर्पण पर विचार कर रही है। मेहुल चोकसी से प्रत्यर्पण को लेकर विदेश मंत्री स्तर पर एंटीगुआ के साथ पहली बार बातचीत हुई है।
मेहुल चोकसी के मुद्दे पर भारत और एंटीगुआ के बीच विदेश मंत्री स्तर पर पहली बातचीत
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार के अनुसार बातचीत के दौरान सुषमा स्वराज ने चेट ग्रीने से कहा कि मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण का मामला जितनी जल्दी सुलझेगा, दोनों देशों के लिए उतना ही बेहतर होगा। वहीं ग्रीने ने सुषमा स्वराज को बताया कि उनकी सरकार अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कुछ कानूनी पहलुओं और कोर्ट की प्रक्रियाओं को देखना है। लेकिन साथ ही उन्होंने मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण के भारत के अनुरोध पर अपने प्रधानमंत्री और सरकार की प्रतिबद्धता जताई।
गौरतलब है कि 13 हजार करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी में पूरी साजिश के तहत मामला खुलने के पहले ही एंटीगुआ की नागरिकता ले ली थी और वहीं रह रहा है। भारत ने उसके प्रत्यर्पण के अनुरोध के साथ ही एंटीगुआ सरकार को उसके खिलाफ 720 पन्नों का दस्तावेजी सबूत भी पेश किया है। मेहुल चोकसी के खिलाफ इंटरपोल ने अभी तक रेड कार्नर नोटिस जारी नहीं किया है।
सीबीआइ का कहना है कि मेहुल चोकसी का प्रत्यर्पण के लिए रेड कार्नर नोटिस की जरूरत नहीं है और राष्ट्रमंडल देशों के बीच अपराधियों को एक-दूसरे को सौंपने के समझौते के तहत यह किया जा सकता है।