प्रधानमंत्री को वादे की याद दिलाएंगे आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री
राजग से मार्च में अलग होने के बाद नायडू पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने होंगे।
By Manish NegiEdited By: Published: Sat, 16 Jun 2018 10:22 PM (IST)Updated: Sat, 16 Jun 2018 10:22 PM (IST)
अमरावती, प्रेट्र। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू नई दिल्ली में रविवार को होने जा रही नीति आयोग की बैठक में अपने राज्य को विशेष दर्जा देने से केंद्र के इन्कार सहित कई मुद्दे उठाएंगे। पिछले चार दिनों में मुख्यमंत्री ने राज्य के मंत्रियों, शीर्ष नौकरशाहों और सांसदों के साथ नीति आयोग की चौथी शासकीय बैठक में उठाए जाने वाले मुद्दे पर चर्चा की है। राजग से मार्च में अलग होने के बाद नायडू पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने होंगे।
राजग से तेदेपा के अलग होने के बाद प्रधानमंत्री एवं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की जोरदार शब्दों में आलोचना करने वाले नायडू सीधे प्रधानमंत्री से बात कर सकते हैं। वह उन्हें तेलंगाना को अलग राज्य बनाने के समय राज्यसभा में आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा दिए जाने के वादे की याद दिलाएंगे। यह वादा अभी तक पूरा नहीं हो सका है।
मुख्यमंत्री कार्यालय और तेदेपा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि नायडू अवसर नहीं खोना चाहेंगे और बैठक का इस्तेमाल राज्य की मांग के लिए करेंगे। वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एवं अन्य से समर्थन जुटाने का प्रयास करेंगे।
शुक्रवार को मंत्रियों और नौकरशाहों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा था, 'हम मजबूत शब्दों में निकट भविष्य में राज्य को विशेष दर्जा देने की मांग करेंगे। यह लोगों की भावना के अनुरूप है और जबतक अन्य राज्यों के साथ बराबरी पर उनका राज्य नहीं आ जाता है तब तक केंद्र से सभी सहायता देने की मांग करेंगे।'
राजग से तेदेपा के अलग होने के बाद प्रधानमंत्री एवं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की जोरदार शब्दों में आलोचना करने वाले नायडू सीधे प्रधानमंत्री से बात कर सकते हैं। वह उन्हें तेलंगाना को अलग राज्य बनाने के समय राज्यसभा में आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा दिए जाने के वादे की याद दिलाएंगे। यह वादा अभी तक पूरा नहीं हो सका है।
मुख्यमंत्री कार्यालय और तेदेपा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि नायडू अवसर नहीं खोना चाहेंगे और बैठक का इस्तेमाल राज्य की मांग के लिए करेंगे। वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एवं अन्य से समर्थन जुटाने का प्रयास करेंगे।
शुक्रवार को मंत्रियों और नौकरशाहों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा था, 'हम मजबूत शब्दों में निकट भविष्य में राज्य को विशेष दर्जा देने की मांग करेंगे। यह लोगों की भावना के अनुरूप है और जबतक अन्य राज्यों के साथ बराबरी पर उनका राज्य नहीं आ जाता है तब तक केंद्र से सभी सहायता देने की मांग करेंगे।'
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