Coronavirus Outbreak: अमित शाह का कांग्रेस को नसीहत, कहा- लोगों को गुमराह करना बंद करो
कोरोना वायरस (COVID19) को हराने के लिए 130 करोड़ भारतीय एकजुट हैं। फिर भी कांग्रेस क्षुद्र राजनीति कर रही है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कोरोना से लड़ाई में लाकडाउन को लेकर कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया ने खुद कांग्रेस पर ही सवाल खड़ा कर दिया है। दरअसल पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सरीखे नेताओं ने जहां सरकार और देश के साथ खड़े होने की बात की है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कुछ नेता नुक्ताचीनी में जुटे दिखे। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर समेत कईयों ने कांग्रेस को नसीहत दी कि ऐसी आपदा के समय में राजनीति छोड़कर केवल राष्ट्रहित की बात सोचें और लोगों को भ्रमित करना छोड़ें।
दरअसल सोनिया ने कहा था कि लाकडाउन का फैसला सुनियोजित तरीके से नहीं लिया गया। वहीं राहुल गांधी भविष्य को लेकर ज्यादा चेताते दिखते रहे हैं। शाह ने ट्वीट के जरिए कहा- 'पूरा देश कोरोना को हराने में एकजुट है। विश्व इस क्रम में प्रधानमंत्री मोदी के निर्णयों की प्रशंसा कर रहा है तो कांग्रेस राष्ट्रहित को भूलकर राजनीति कर रही है।'
शाह ने आगे कहा कि कांग्रेस की पुरानी आदत है कि राष्ट्रीय हित के मामले में वह अलग राह चलती है। इसी नीति के कारण देश का बंटवारा भी हुआ। नड्डा और जावडेकर ने याद दिलाया कि लाकडाउन वक्त की जरूरत है। आज जबकि पश्चिम के कई देशों में स्थिति बहुत बुरी हो चुकी है तो भारत इसकी गति को थामने में अब तक कामयाब रहा है। डब्लूएचओ भी इसकी प्रशंसा कर रहा है। लेकिन जमीन खो चुके कांग्रेस नेताओं के लिए यह भी राजनीति का अवसर है। दोनों नेताओं ने काग्रेस को मानवीय संवेदना जगाने की सलाह देते हुए कहा कि अभी लोगों को जागरुक कर उन्हें, उनके परिवारों को बचाने का वक्त है तो सोनिया गांधी और राहुल गांधी गुमराह कर रहे हैं।
गरीब, मध्यमवर्ग, उद्योग को इस नाजुक दौर में मदद करने के लिए पैकेज का भी इंतजाम किया गया है। देश एकजुट है लेकिन कांग्रेस की अलग राह है। 1.70 लाख करोड़ के पैकेज से गरीबों को राहत दी गई है। नड्डा ने याद दिलाया कि 21 दिन का लाकडाउन घोषित होने से पहले ही कई राज्यों में और देश के 70 फीसद हिस्से में लाकडाउन हो चुका था या फिर ऐसी स्थिति बन गई थी। इसमें पंजाब और राजस्थान भी शामिल था। तो क्या सोनिया गांधी कहेंगी उनके मुख्यमंत्रियों ने भी बिना तैयारी के लाकडाउन का फैसला कर लिया था। यह गैर जिम्मेदाराना बयान है।
प्रधानमंत्री खुद सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से संवाद कर समन्वित तरीके से कोरोना को हराने की कोशिश मे जुटे हैं। ऐसे में कांग्रेस को जिम्मेदारी का अहसास होना चाहिए। लेकिन उसे गंदी राजनीति से ही फुर्सत नहीं मिल रही है। कांग्रेस नेताओं को खुद अंदर झाकने की जरूरत है ताकि उसे गलतियों का अहसास हो।