Amit Shah ने नई संसद के बहिष्कार को लेकर विपक्ष पर किया वार, कहा- अगली बार इतनी भी सीटें नहीं आएंगी और...
शाह ने कहा कि जिस असम में महिनों तक कर्फ्यू रहता था गोलीबारी होती थी उस असम में पीएम मोदी ने विकास का एक नया युग शुरु किया। शाह ने कहा एक लाख युवाओं को सरकारी नौकरी ये बताता है कि असम के लोग आज शांति और विकास चाहते हैं।
गुवाहाटी, एएनआई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नई संसद के बहिष्कार को लेकर विपक्ष पर जमकर हमला बोला है। अमित शाह ने कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा कि आपके बहिष्कार से कुछ नहीं होगा और देश की जनता का आशीर्वाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जो कर रही है, उसे देश की 130 करोड़ जनता देख रही है और अगले चुनाव में जनता इसका जवाब देंगी।
'मोदी तीसरी बार बनने जा रहे प्रधानमंत्री'
शाह ने कहा कि अभी तो विपक्ष का दर्जा ही छिना है, अगले चुनाव में इतनी भी सींटे नहीं आएंगी। जबकि मोदी अगली बार भी 300 से अधिक सीटों के साथ तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। गृह मंत्री शाह गुवाहाटी में 44,703 युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में बोल रहे थे।
'कांग्रेस पर रास्ते पर चलोगे तो कांग्रेस जैसी ही स्थिति होगी'
शाह ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ सहयोग नहीं करने को जनता के जनादेश का अपमान बताते हुए कांग्रेस का साथ देने वाले विपक्षी दलों को भी चेताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पर रास्ते पर चलोगे तो कांग्रेस जैसी ही स्थिति होगी।गृह मंत्री शाह गुवाहाटी में 44,703 युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में बोल रहे थे।
नए संसद भवन का बहिष्कार करने वाली कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर गृहमंत्री अमित शाह ने तीखा हमला बोला। शाह ने विपक्ष के बहिष्कार को दो-तिहाई बहुमत से दो-दो बार नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने वाली जनता के जनादेश का अपमान बताया। कांग्रेस के साथ बहिष्कार में शामिल होने वाली पार्टियों को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि जनमत का सम्मान नहीं करने के कारण जो हाल कांग्रेस का हुआ है, वैसा ही हाल ही उनका भी होगा।
कांग्रेस पर नकारात्मक राजनीतिक करने का आरोप
गुवाहाटी में आयोजित रोजगार मेले के दौरान अमित शाह ने कांग्रेस पर नकारात्मक राजनीतिक करने का आरोप लगाया, लेकिन साथ ही यह भी साफ कर दिया कि देश की जनता कांग्रेस की इच्छा पर निर्भर नहीं है। लोकतंत्र में जनता ने मोदी को चुनकर प्रधानमंत्री बनाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भारी जनमत से जीतने के बावजूद कांग्रेस पार्टी और उनका राजपरिवार नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। इसी कारण प्रधानमंत्री मोदी को संसद में बोलने नहीं देते और उनके कार्यक्रमों का बहिष्कार करते हैं।
राष्ट्रपति से उद्घाटन की मांग से सिर्फ बहाना करार देते हुए अमित शाह ने विस्तार से बताया कि छत्तीसगढ़, असम, मणिपुर, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, झारखंड जैसी विधानसभाओं के नींव रखने या उद्घाटन करने के दौरान कभी राज्यपाल को नहीं बुलाया गया और उनमें कई में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने किया। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि जब आप करते हो, तो सब ठीक होता है और जब मोदी करते हैं तो आपकी वक्रदृष्टि बहिष्कार करती है।