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अमित शाह बोले, कितना भी विरोध कर लो, शरणार्थियों को नागरिकता देकर ही दम लेंगे

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं ममता बनर्जी और राहुल बाबा को चुनौती देता हूं

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 12 Jan 2020 04:37 PM (IST)Updated: Sun, 12 Jan 2020 09:12 PM (IST)
अमित शाह बोले, कितना भी विरोध कर लो, शरणार्थियों को नागरिकता देकर ही दम लेंगे

जबलपुर, नईदुनिया। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर विरोध कर रहे विपक्षी दलों पर केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने जमकर हमला बोला। कहा कि वोट बैंक की राजनीति के लिए कांग्रेस देश को गुमराह कर रही है। वह कितना भी विरोध कर ले, हम भारत में बसे अल्पसंख्यक शरणार्थियों को नागरिकता देकर ही दम लेंगे। भारत पर जितना हक मेरा-आपका है, उतना ही उन शरणार्थियों का है। वे भारत के बेटे हैं। ह्यूमन राइट के चैंपियनों को पाकिस्तान में दुष्कर्म, धर्म परिवर्तन और प्रताड़ित हो रहे लाखों-करोड़ों लोग दिखाई नहीं देते। वह रविवार को मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित गैरीसन ग्रांउड में सभा को संबोधित कर रहे थे।

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देश की नब्‍ज को समझे कांग्रेस 

गृहमंत्री ने कहा कि कांग्रेस विरोध करने के बजाए देश की नब्ज समझे। जनता की इच्छा जाने, वरना जितने हैं -उतने भी नहीं बचेंगे। अनुसूचित जाति, सिंधी, जैन, बौद्ध, पारसी अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने में कांग्रेस और ममता को क्या समस्या है? भाजपा वोट बैंक की नहीं, देश हित की राजनीति करती है।

इमरान खान की भाषा बोल रहे राहुल, ममता और केजरीवाल

उन्‍होंने कहा कि मुझे ये मालूम नहीं पड़ता कि राहुल गांधी, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल सबकी भाषा एक समान क्‍यों हो गई है। जबलपुर की जनता को सोचना है कि इनकी भाषा क्‍यों एक समान है।

नेहरू-गांधी की भी नहीं सुनते राहुल

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर तंज कसते हुए शाह ने कहा कि वह महात्मा गांधी की भी नहीं मानते। 12 जुलाई 1947 को गांधीजी ने कहा था कि जो पाक से भगाए गए हैं, वे भारत के नागरिक हैं। वे जब आना चाहें, उनका स्वागत है। राहुल गांधी अपने परनाना जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, आचार्य कृपलानी की भी नहीं सुनते, जिन्होंने शरणार्थियों को अपनाने की बात कही थी।

पाकिस्‍तान और बांग्‍लादेश हिंदू कहां गए ?  

कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्‍होंने कहा कि जब देश का विभाजन हुआ तो कांग्रेस पार्टी ने धर्म के आधार पर देश का विभाजन किया। उनके नेताओं ने पाकिस्तान से अल्पसंख्यक शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता का आश्वासन दिया था। हिंदू, सिख, पारसी, जैन, जो पूर्व और पश्चिम पाकिस्तान दोनों में जगहों पर रहते थे, वे यहां आना चाहते थे, लेकिन रक्तपात के कारण वे वहां रह गए। हमारे देश के नेताओं ने तब उन्हें आश्वासन दिया कि जब भी वे आएंगे, उनका यहां स्वागत किया जाएगा और उन्हें नागरिकता दी जाएगी।

सीएए का विरोध करने वाली कांग्रेस पर हमला बालते हुए उन्‍होंने कहा कि जब विभाजन हुआ, तो पूर्वी और पश्चिमी पाकिस्तान दोनों में 30 फीसदी हिंदू थे। आज पाकिस्तान में सिर्फ 3 फीसदी हिंदू और पूर्वी पाकिस्तान (बांग्लादेश) में 7 फीसदी हिंदू हैं। मैं अंधे और बहरे कांग्रेसी नेताओं से पूछना चाहता हूं कि इन देशों से मेरे हिंदू, सिख, सिंधी भाई कहां गए?

कांग्रेस व अन्य विपक्षी दल फैला रहे भ्रम

शाह ने कहा कि सीएए को लेकर जनजागरण इसलिए करना पड़ा, क्योंकि कांग्रेस, राहुल बाबा एंड कंपनी, कम्युनिस्ट, केजरीवाल और ममता बनर्जी यह भ्रम फैला रहे हैं कि मुसलमानों की नागरिकता छिन जाएगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने घोषणा-पत्र में लिखा था कि जो हिंदू, सिख पाक से आए हैं, उन्हें नागरिकता देंगे।

जो देश विरोधी नारा लगाएगा, उसकी जगह जेल में

गृहमंत्री ने कहा कि जेएनयू में कुछ लड़के भारत विरोधी नारे लगाते हैं, राहुल बाबा और केजरीवाल उन्हें बचा रहे हैं। जो देश विरोधी नारा लगाएगा, उनकी जगह जेल की सलाखें होंगी।

मैडम के सामने सीआर सुधारने में जुटे कमलनाथ

मुख्यमंत्री कमलनाथ के प्रदेश में सीएए लागू नहीं करने की घोषणा पर शाह ने कहा कि वह दिल्ली में मैडम (सोनिया गांधी) के सामने सीआर (गोपनीय चरित्रावली) सुधारना चाहते हैं, इसलिए जोर से बोलते हैं। कहा कि कमलनाथजी, आपकी जोर से बोलने की आयु नहीं है, सेहत बिगड़ सकती है।

चार महीने में बनेगा आसमान छूता राममंदिर

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस के वकील कपिल सिब्‍बल कहते हैं कि राम मंदिर नहीं बनना चाहिए, अरे सिब्‍बल भाई जितना दम हो रोक लो, 4 महीनों में आसमान को छूता मंदिर का निर्माण होने वाला है।


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