पाकिस्तान उच्चायोग से गायब हुए 23 सिख यात्रियों के पासपोर्ट, विदेश मंत्रालय ने दिये ये निर्देश
विदेश मंत्रालय के सामने पूरा मामला सामने आने के कई लोगों ने पुलिस में पासपोर्ट गायब होने की एफआइआर दर्ज कराई है।
नई दिल्ली, एएनआइ। पाकिस्तान उच्चायोग से 23 भारतीय तीर्थयात्रियों के पासपोर्ट गायब होने से सनसनी मच गई है। खबरों के मुताबिक, भारतीय विदेश मंत्रालय भी इस मामले पर गंभीर नजर आ रहा है। पासपोर्ट के गायब होने से देश की सुरक्षा को बड़ा खतरा पैदा हो सकता है। हालांकि अभी तक इन पासपोर्ट के गायब होने के पीछे किसी आतंकी साजिश के होने की बात सामने नहीं आई है।
बता दें कि ये सभी पासपोर्ट उन सिख तीर्थयात्रियों के हैं, जो पाकिस्तान में मौजूद विभिन्न गुरुद्वारों में यात्रा के लिए जाने वाले थे। इनमें से एक करतारपुर साहिब भी है, जिसके लिए पिछले महीने ही भारत और पाकिस्तान में गलियारे के निर्माण का शिलान्यास किया गया था। भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से पासपोर्ट विभाग को इस मामले में तुरंत उचित कदम उठाने के लिए कहा गया है।
विदेश मंत्रालय के सामने पूरा मामला सामने आने के कई लोगों ने पुलिस में पासपोर्ट गायब होने की एफआइआर दर्ज कराई है। मंत्रालय अब इन सभी पासपोर्ट्स को रद करने की तैयारी में है, ताकि गलत हाथों में जाने के बाद उनका दुरुपयोग ना हो सके।
वहीं, खबरों की मानें तो इस मामले को पाकिस्तान उच्चायोग के सामने उठाने पर भी विचार किया जा रहा है। पाकिस्तान की ओर से 21 से 30 नवंबर के बीच 3,800 सिख तीर्थयात्रियों को वीजा दिया गया था। गुरु नानक की 549वीं जयंती के मौके पर यह वीजा जारी किए गए थे।
सूत्रों का कहना है कि भारतीय विदेश मंत्रालय को उन रिपोर्ट्स की जानकारी है जिसमें कहा गया है कि पाक वीजा के लिए आवेदन करने वाले 23 भारतीयों के पासपोर्ट गायब हो गए हैं। उन्होंने धार्मिक यात्रा के लिए एजेंट के जरिए कथिततौर पर पाकिस्तानी वीजा के लिए आवेदन किया था। एजेंट ने भारतीय अथॉरिटीज को इस मामले के बारे में तब जानकारी दी, जब पाकिस्तानी उच्चायोग ने उससे 23 पासपोर्ट्स की मौजूदगी से ही इनकार कर दिया।