चिनफिंग का मोदी से दोस्ती का इजहार, कहा- विदेशी मेहमानों में सिर्फ आपको किया है रिसीव
दो दिवसीय अनौपचारिक समिट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी व राष्ट्रपति शी ने एक साथ 9 घंटे बिताए और दो दिनों में सात इवेंट में हिस्सा लिया।
बीजिंग (जेएनएन)। भारत-चीन की वुहान में हुई दो दिवसीय अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के बाद भारत में चीन के राजदूत लुओ झान हुई ने शनिवार को ट्वीट कर बताया है कि चीन के राष्ट्रपति के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व दोनों देशों का महत्वपूर्ण स्थान है। अपने ट्वीट में उन्होंने राष्ट्रपति शी चिनफिंग और प्रधानमंत्री मोदी के बीच हुई वार्ता का उल्लेख किया है। बता दें कि राष्ट्रपति शी ने प्रोटोकॉल तोड़ पीएम मोदी का स्वागत किया।चीन के शहर वुहान में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति शी की मुलाकात हुई। चीन ने उनके स्वागत में पुराना और मधुर बॉलीवुड गीत ‘‘तू, तू है वही दिल ने जिसे अपना कहा...’ की धुन को बजाया।
शी की नजरों में पीएम मोदी
ट्वीट के अनुसार, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा, ‘राष्ट्रपति बनने के बाद पांच सालों में विदेशी मेहमानों को रिसीव करने मैं बीजिंग से बाहर मात्र दो बार गया हूं। दोनों बार आपके लिए। पहली बार 2015 में शियान गया था दूसरी बार आज।‘ ट्वीट में आगे कहा गया है कि इससे पता चलता है कि चीन-भारत संबंधों और पीएम मोदी के साथ व्यक्तिगत दोस्ती को राष्ट्रपति शी कितना अधिक महत्व देते हैं।
दो दिनों में नौ घंटों का साथ
दो दिवसीय अनौपचारिक समिट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी व राष्ट्रपति शी ने एक साथ 9 घंटे बिताए और दो दिनों में सात इवेंट में हिस्सा लिया। शुक्रवार को पहली मुलाकात हुबेई म्यूजियम में हुई। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत और डिनर पर मुलाकात हुई। शनिवार को मोदी और चिनफिंग की पहली मुलाकात ईस्ट लेक के किनारे टहलते हुए हुई। इसके बाद दोनों नेताओं ने साथ में नाव पर सैर और चाय पर चर्चा की। इसके बाद चिनफिंग ने मोदी के लिए लंच आयोजित किया और फिर प्रधानमंत्री मोदी भारत रवाना हो गए।
पीएम मोदी ने तोहफे में दी पेंटिंग
चीन के नायक रहे माओत्से तुंग के पसंदीदा पर्यटन शहर वुहान में चिनफिंग ने मोदी का हुबेई प्रोविंशियल म्यूजियम में समारोहपूर्वक व गर्मजोशी से स्वागत किया। इस मौके पर राष्ट्रपति चिनफिंग 30 सेकंड तक मोदी का हाथ थामे रहे। इस मौके पर मोदी ने चिनफिंग को जाने-माने चीनी कलाकार शू बीहांग की दो पेंटिंगों की प्रतियां भेंट की। शू ने ये पेंटिंग रविंद्रनाथ टैगोर के विश्व भारती में प्रवास के दौरान बनाई थीं।
राष्ट्रपति शी को पीएम मोदी ने दिया भारत आने का न्यौता
दोनों नेताओं के बीच चार मुद्दों- सीमा पर शांति, अफगानिस्तान में साथ काम करने, विशेष प्रतिनिधि नियुक्त करने और आतंकवाद पर सहमति बनी। चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, दोनों देशों ने मान लिया है कि झगड़ा उनके हित में नहीं है। इस विवाद का समाधान होना चाहिए। अनौपचारिक वार्ताओं की परंपरा शुरू करने की बात कहते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने चिनफिंग को अगले साल भारत आने का न्यौता भी दिया। 1962 के युद्ध के बाद से भारत-चीन के रिश्ते तनावपूर्ण रहे हैं। जो डोकलाम में 73 दिनों तक दोनों देशों की ओर से सैनिकों की तैनाती ने और बढ़ा दिया।