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पहली मई को भारत पहुंचेगी स्पुतनिक की पहली खेप, पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बात की

कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई के बीच पीएम मोदी अपने विदेशी मित्रों से मदद को लेकर संपर्क बनाए हुए हैं। पीएम मोदी ने बुधवार को रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन से टेलीफोन पर बातचीत की। इस बातचीत में कोरोना संकट के मसले पर बातचीत हुई।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Wed, 28 Apr 2021 07:23 PM (IST)Updated: Thu, 29 Apr 2021 12:44 AM (IST)
पहली मई को भारत पहुंचेगी स्पुतनिक की पहली खेप, पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बात की
पीएम मोदी ने बुधवार को रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन से टेलीफोन पर बातचीत की।

नई दिल्ली, जेएनएन। भारत में कोरोना महामारी की स्थिति को देखते हुए रूस ने स्पुतनिक वैक्सीन की आपूर्ति इसी सप्ताहांत से शुरू करने का वादा किया है। पहले रूस की कंपनी आरडीआइएफ ने मई, 2021 के अंत तक भारत को स्पुतनिक-वी की आपूर्ति करने का वादा किया था लेकिन बुधवार को बताया गया कि पहली खेप एक मई को भारत पहुंच जाएगी। स्पुतनिक की आपूर्ति शुरू करने को लेकर बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के बीच हुई टेलीफोन वार्ता में भी चर्चा हुई है। 

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हरसंभव मदद करने का दिया भरोसा 

वैसे तो यह वार्ता दोनों देशों के रणनीतिक गठजोड़ को देखते हुए काफी अहम रही है लेकिन इसमें पुतिन ने मोदी को कोरोना से लड़ाई में हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया है। मोदी और पुतिन के बीच हुई वार्ता के बारे में बताया गया कि दोनों नेताओं ने रूस में तैयार वैक्सीन का भारत में निर्माण कर इसे दूसरे देशों को निर्यात करने की संभावना पर भी चर्चा हुई। वैसे अभी मुख्य तौर पर इसका इस्तेमाल भारत में ही होगा।

तेज होगी टीकाकरण की रफ्तार 

भारत ने फिलहाल वैक्सीन निर्यात पर रोक भी लगा रखी है। पुतिन ने भारत में स्पुतनिक के इस्तेमाल की अनुमित मिलने पर खास तौर पर खुशी जताई। इससे अगले महीने भारत के पास सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक के अलावा स्पुतनिक की वैक्सीन भी होगी लिहाजा देश में वैक्सीन देने की रफ्तार तेज हो सकती है। साथ ही कुछ मात्रा में अमेरिका से भी वैक्सीन आनी शुरू हो जाएगी।

'टू प्लस टू' वार्ता की होगी शुरुआत  

मोदी और पुतिन के बीच हुई वार्ता में एक अहम फैसला यह भी किया गया है दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्रियों को मिला कर रणनीतिक सहयोग की दिशा-दशा तय करने को लेकर सालाना बातचीत की व्यवस्था होगी। भारत इस तरह की व्यवस्था अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया के साथ कर चुका है। इस तरह से रूस क्वाड के बाहर का पहला देश होगा जिसके साथ भारत 'टू प्लस टू' शुरू करेगा। 

ब्रिक्स बैठक को लेकर हुई चर्चा

दोनों नेताओं के बीच इस साल भारत में होने वाली शिखर वार्ता और ब्रिक्स बैठक को लेकर भी चर्चा हुई। इन दोनों बैठकों में पुतिन के भारत के दौरे पर आने की संभावना है। 

भारी भरकम मदद दे रहा रूस 

क्रैमलिन की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक रूसी राष्‍ट्रपति पुतिन (Russian President Vladimir Putin) ने पीएम मोदी को बताया कि उन्‍होंने भारत को आपात सहायता भेजने का फैसला किया है। रूस से चिकित्सा आपूर्ति की पहली खेप के गुरुवार को तक भारत पहुंच जाने की उम्मीद है। राहत की इस खेप में 22 टन जरूरी उपकरण 20 ऑक्‍सीजन प्रोडक्‍शन इकाइयां, 75 लंग वैंटिलेटर, 150 मेडिकल मॉनिटर और दो लाख पैकेट दवाएं हैं। 

बाइडेन से भी हो चुकी है बात 

उल्‍लेखनीय है कि हाल ही में पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन से भी टेलीफोन पर लंबी बातचीत की थी। राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि उनका देश भारत को वैक्सीन देना चाहता है। भारतीय विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया है कि अमेरिका से वैक्सीन मिलना तय है। अब वहां से एस्ट्राजेनका वैक्सीन आती है या कोई और, इसको लेकर बातचीत जारी है।

अमेरिकी भी करेगा मदद 

इस बातचीत में बाइडन ने मोदी को भरोसा दिया था कि अमेरिका भारत को महामारी से लड़ाई में हरसंभव मदद करने जा रहा है। इस वार्ता में पीएम मोदी ने कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में वैक्सीन और दवा निर्माण में जरूरी कच्चे माल की आपूर्ति को बेहद जरूरी बताया था। इस बातचीत में वैक्सीन निर्माण में सहयोग के तमाम पहलुओं पर चर्चा हुई थी। दोनों नेताओं ने अपने अपने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वो आपस में संपर्क बनाये रखें।


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