कोरोना वायरस से निपटने को लेकर पीएम मोदी ने की सऊदी क्राउन प्रिंस सलमान से चर्चा
कोरोना वायरस से निपटने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान के साथ टेलीफोन पर बातचीत की।
नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं की चर्चा का केंद्रबिंदु कोरोना वायरस से निपटने के उपाय थे। मोदी और सलमान ने कोरोना के खिलाफ साझा प्रयास करने की जरूरत पर जोर दिया। इस बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने हाल में सार्क देशों के बीच कोरोना को लेकर हुई वीडियो कांफ्रेंस का जिक्र किया। मोदी और सलमान ने इस पर सहमति व्यक्त की कि सऊदी अरब के नेतृत्व में इसी तरह की कवायद जी-20 देशों के समूह की ओर से भी की जानी चाहिए। गौरतलब है कि सऊदी अरब मौजूदा समय जी-20 समूह का अध्यक्ष है।
Prime Minister's Office: PM mentioned India’s recent initiative to organise a video conference among SAARC countries. The two leaders agreed that a similar exercise at the level of G20 leaders, under the aegis of Saudi Arabia as the Chair of G20, would be useful at a global scale https://t.co/HYdOwPGqUj" rel="nofollow
— ANI (@ANI) March 17, 2020
पीएम मोदी की पहल का सार्क देशों ने किया था स्वागत
पीएम मोदी ने रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सार्क देशों की बैठक बुलाई थी। सार्क के जुड़े देशों ने पीएम नरेंद्र मोदी की पहल का स्वागत करते हुए कोरोना वायरस के कहर से निपटने के लिए एक-दूसरे की मदद को वक्त की जरूरत बताया। सार्क देशों में कोरोना वायरस से निपटने के लिए कोविड-19 इमजेंसी फंड बनाने की घोषणा करते हुए पीएम मोदी ने भारत की ओर से इसमें 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 74 करोड़ रुपये) देने का ऐलान किया था।
पीएम मोदी कहा कि भारत के विशेषज्ञ डाक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों व वैज्ञानिकों की टीम सार्क के देशों के कहने पर कहीं भी जाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि एक हफ्ते के भीतर सार्क देशों में कोरोना से निपटने में जुटे विशेषज्ञों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें वे अपने-अपने अनुभवों को साझा करने के साथ ही एक-दूसरे की मदद करने योग्य मुद्दों पर चर्चा करेंगे। सम्मेलन में श्रीलंका, नेपाल, मालदीव, भूटान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष सहित पाकिस्तान के मंत्री मौजूद थे।